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    संघ परिवार ने स्वावलंबी भारत अभियान से तीन लाख युवाओं को जोड़ा, अब स्वरोजगार की तैयारी

    By Prateek KumarEdited By:
    Updated: Thu, 01 Sep 2022 08:29 PM (IST)

    प्रखंड स्तर से स्वयंसेवक जोड़े जो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी जाती है तथा उसका लाभ उठाने को लेकर प्रेरित किया जाता है।

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    स्वरोजगार के जरिए बेरोजगारी की समस्या दूर करने की मुहिम में 12 जनवरी से चल रहा है अभियान।

    नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। स्वदेशी जागरण मंच की अगुआई में संघ परिवार द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी "स्वावलंबी भारत अभियान' से अब तक तीन लाख युवाओं को जोड़ा जा चुका है। उन्हें अभियान के तहत स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया गया है। यह जानकारी स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक सतीश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि संघ के भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), विद्यार्थी परिषद, लघु उद्योग भारती, ग्राहक पंचायत, सेवा भारती, भारतीय किसान संघ समेत 11 आनुषांगिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से यह अभियान इसी वर्ष 12 जनवरी से शुरू किया गया है।

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    600 जिलों में दो हजार से ज्यादा सम्मेलन अयोजित

    अब तक इसके तहत 600 जिलों में दो हजार से अधिक सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं। इसी तरह देश के 55 जिलों में रोजगार सृजन केंद्र भी खोले गए हैं। वर्ष के अंत तक देश के हर जिले में ये केंद्र खोलने की योजना है। इन केंद्रों को देश के शिक्षण संस्थानों तक भी लेकर जाया जाएगा।

    देश की अर्थव्यवस्था बढ़ाने में सहायक

    उन्होंने बताया कि आजादी के बाद अपनी तरह के इस पहले अभिनव सबसे बड़े अभियान के लिए सामाजिक, शैक्षणिक व आर्थिक संगठन एक मंच पर आए हैं। जिसका उद्देश्य संपूर्ण भारत को गरीब मुक्त व हर हाथ को काम देना है। यह जब हो जाएगा तो देश की अर्थव्यवस्था के वर्ष 2030 तक 10 ट्रिलियन डालर की होने से कोई रोक नहीं सकता है। उन्होंने बताया कि दो वर्ष इस अभियान की समीक्षा की जाएगी तथा इसके प्रभाव को आंका जाएगा।

    देश में 37 करोड़ युवा

    उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा वक्त में 37 करोड़ युवा हैं। हर माह नौ लाख युवा रोजगार के लिए बाजार में आ रहे हैं। इनके रोजगार की पूर्ति अकेले सरकार या कंपनियां नहीं कर सकती हैं, इसके लिए स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसे ध्यान में रखकर हम आगे बढ़ रहे हैं। इसके लिए उद्यमिता, स्वदेशी व सहकार उपाय सुझाएं हैं। इस पर शोध पत्र भी जारी किया गया है। इसके लिए एक पोर्टल भी शुरू किया गया है, जिसमें स्वरोजगार के सभी आयामों को जोड़ा गया है।

    प्रखंड स्तर पर स्वयंसेवक जोड़े जा रहे

    प्रखंड स्तर से स्वयंसेवक जोड़े जो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी जाती है तथा उसका लाभ उठाने को लेकर प्रेरित किया जाता है। उन्होंने इस दिशा में मोदी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों को सराहते हुए कहा कि ईंज आफ डूईंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत ने प्रभावी बढ़त बनाई है। हालांकि, इस दिशा में अभी और सुधार की आवश्यकता है, जिससे युवाओं को खुद का रोजगार शुरू करने में प्रशासनिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।