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    छात्रों के लिए राहत, कालेज में कैंटीन व लाइब्रेरी अब पांच नहीं सात बजे होगी बंद

    By Manisha GargEdited By: Prateek Kumar
    Updated: Thu, 24 Feb 2022 02:54 PM (IST)

    कालेज के प्राचार्य प्रो. शिव कुमार सहदेव ने बताया कि कालेज की कैंटीन व लाइब्रेरी को बंद करने के समय को दो घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है।ये दोनों ही विभाग पांच बजे बंद हो जाते थेलेकिन इस समय को बढ़ाकर अब सात बजे तक कर दिया गया है।

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    कैंटीन और लाइब्रेरी के बंद होने का समय अब बदल गया है।

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दो वर्ष के बाद कालेज खुलने से विद्यार्थियों में खुशी का माहौल है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कक्षाओं में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति है। पर इन सब के बीच वे विद्यार्थी जो दूसरे राज्यों से आएं है, उन्हें नए माहौल में सामंजस्य बिठाने में काफी परेशानी हो रही है। जैसे पौष्टिक आहार, पढ़ाई के उचित माहौल, पारिवारिक माहौल आदि। ऐसे विद्यार्थियों की परेशानी को थोड़ा कम करने के लिए शिवाजी कालेज ने एक विशेष पहल की है।

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    दो घंटे का बढ़ा समय

    कालेज के प्राचार्य प्रो. शिव कुमार सहदेव ने बताया कि कालेज की कैंटीन व लाइब्रेरी को बंद करने के समय को दो घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है। पहले ये दोनों ही विभाग पांच बजे बंद हो जाते थे, लेकिन इस समय को बढ़ाकर अब सात बजे तक कर दिया गया है। असल में दूसरे राज्यों से विद्यार्थियों ने जल्दबाजी में अपने बजट के अनुरूप छाेटे-छोटे कमरों में अस्थायी रहने की व्यवस्था की है।

    नहीं हो पाया है खाने का उचित प्रबंध

    खाने का अधिकांश विद्यार्थी उचित प्रबंध नहीं कर पाएं है। दूसरी तरफ परीक्षा अब नजदीक है। ऐसे में विद्यार्थियों को खाने-पीने से जुड़ी किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए कैंटीन प्रबंधन से बात की गई है, कि विद्यार्थियों को कम बजट में पौष्टिक व घर जैसे स्वाद का खाना उपलब्ध कराया जाए। कैंटीन में विद्यार्थियों के लिए ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर की व्यवस्था की गई है।

    कैंटीन में या पैक करा कर कमरे पर ले जाने की है व्यवस्था

    विद्यार्थी चाहे तो कैंटीन में बैठकर खा सकते है या पैक कराकर कमरे पर ले जा सकते है। वहीं, जिन कमरों में विद्यार्थी रह रहे है वहां पढ़ने के लिए कुर्सी-टेबल व उचित माहौल नहीं है तो वे लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ सकते है। यहां उन्हें कोर्स के साथ कोर्स से हटकर भी कई किताबें, मैग्जीन, अखबार मिलेंगे। प्रो. शिव ने बताया कि कालेज प्रशासन के इस फैसले को विद्यार्थियों ने काफी सराहा है।