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    दिल्ली के विकास के लिए क्या है भाजपा सरकार का प्लान? CM रेखा गुप्ता ने सबकुछ बताया

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 03:09 PM (IST)

    मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पिछली सरकारों ने दिल्ली के भविष्य को ध्यान में रखकर योजनाएं नहीं बनाईं जिससे झुग्गी बस्तियां और अनधिकृत कॉलोनियां बढ़ीं। दिल्ली की बढ़ती आबादी के अनुपात में नागरिक सुविधाओं का विकास नहीं हुआ। वायु प्रदूषण और पुराने वाहनों के लिए भी पिछली सरकारें जिम्मेदार हैं। वर्तमान सरकार सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने और प्रदूषण कम करने के लिए काम कर रही है।

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    दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने विकास को लेकर प्लान बताया। जागरण

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, दैनिक जागरण सही को सही कहकर प्रशासन को जगा रहा है। पूर्व की सरकारें दिल्ली के भविष्य को ध्यान में रखकर योजना तैयार करती और उसके अनुसार काम करती तो समस्याएं नहीं होती। सिर्फ लुटियंस दिल्ली को प्लानिंग कर बसाई गई।

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    उन्होंने कहा भविष्य को ध्यान में रखकर योजना तैयार की गई लेकिन, शेष दिल्ली पर ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण यहां झुग्गी बस्तियां और अनधिकृत कॉलोनियां बसती चली गई। साफ पानी, सीवर, सड़क, पार्किंग जैसी आधारभूत सुविधा का अभाव है। इसके समाधान के लिए 100 वर्षों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर प्लानिंग करने की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखकर हमारी सरकार काम कर रही है।

    मुख्यमंत्री जागरण विमर्श: "बेहतर दिल्ली विकसित" में अपनी बात रख रही थीं। उन्होंने कहा, दिल्ली की जनसंख्या बढ़ती रही, लेकिन उस अनुपात में नागरिक सुविधाओं का विकास नहीं हुआ। लगभग तीन करोड़ की आबादी है लेकिन, उन्हें आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल रही। 50 प्रतिशत दिल्ली के पास पानी नहीं है। सड़कें खराब हैं, आवश्यकता अनुसार स्कूल और अस्पताल नहीं है। इन समस्याओं का समाधान करना होगा। दिल्लीवासियों को उनका हक मिले इसके लिए हमारी सरकार काम कर रही है।

    दिल्ली में वायु प्रदूषण और पुराने वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए उन्होंने पूर्व की सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कहा, पूर्व की सरकारों ने वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए काम नहीं किया, इस कारण कोर्ट, एनजीटी, वायु गुणवत्ता आयोग को आगे आना पड़ा।

    इससे सबसे अधिक नुकसान जनता को हुआ। हमारी सरकार इसके समाधान के लिए काम कर रही है। वाहनों की भीड़ कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन को मजबूत किया जा रहा है। ढाई हजार ई बसें चल रही हैं। इसमें नियमित रूप से वृद्धि की जाएगी। दो-ढाई वर्षों में पूरी सार्वजनिक परिवहन को इलेक्ट्रिक करना है। प्रदूषण का दूसरा कारण धूल है। पूरे वर्ष यह समस्या होती है। इसे दूर करने की योजना है। पानी के छिड़काव के लिए ऊंची इमारतों पर स्प्रिंकलर लगाए जा रहे हैं। प्रत्येक वार्ड में चार लगाए जा रहे हैं। कई अन्य कदम उठाए गए।

    इन प्रयासों के बाद वायु गुणवत्ता आयोग को पत्र लिखकर आयु पूरी कर चुके वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई रोकने की मांग की गई। वाहन स्क्रैप करने का निर्णय भी पूर्व सरकार की थी। 80 हजार वाहनों को चोर की तरह उठा लिया गया। यह सही नहीं है। वाहनों को आयु नहीं फिटनेस के आधार पर चलने की अनुमति मिलनी चाहिए।

    उन्होंने कहा, यातायात जाम के कई कारण हैं। सड़कों पर गड्ढे हैं, सड़कों की बनावट में खामी है। भाजपा की सरकार बनते ही यातायात जाम वाले 550 स्थानों की पहचान की गई। सभी एजेंसी को बैठाकर इसे दूर करने की योजना तैयार की गई है। समस्या के समाधान के लिए उठाए जा रहे कदमों की प्रत्येक माह समीक्षा की जा रही है। अभियान चलाकर एक दिन में सड़कों पर 3400 गड्ढे भरे गए। सभी कारणों को दूर करने के लिए काम हो रहा है। 

    जलभराव दिल्ली की बड़ी समस्या। मिंटो ब्रिज का उदाहरण देकर कहा कि समस्या दूर करने के लिए काम चल रहा है। प्रत्येक जलभराव वाले स्थान के नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है। अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई है। यह प्रक्रिया चलती रहेगी जिससे कि समस्या का समाधान हो सके। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने नगर निगम के टोल हटाने के बारे में उन्होंने कहा, जनता और दिल्ली के हित को ध्यान में रखकर कोई भी कदम उठाए जाएंगे।

    उन्होंने कहा, यमुना जी दिल्ली वासियों की आस्था से जुड़ी हैं। मुझे दो छोर दिखते हैं, एक यमुना को साफ करना और दूसरा अविरल यमुना। यमुना कब तक साफ होगी, इसकी कोई समय सीमा नहीं दूंगी क्योंकि यह नियमित काम है और इसे लेकर सरकार काम रही है। दिल्ली में 48 किलोमीटर यमुना बहती है और इसमें 200 नाले गिरते हैं।

    इन नालों का गंदा पानी यमुना में न गिरे इसके लिए नए सीवेज उपचार संयंत्र (एसटीपी) बनाने, बाढ़ क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने, कचरा साफ करने, डेयरी की गंदगी और  औद्योगिक गंदगी नदी में गिरने से  रोकने की आवश्यकता है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, 37 में से 20 एसटीपी अपनी क्षमता और मानक के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं। 40 डीएसटीपी लगाए जा रहे हैं। अन्य कदम उठाए जा रहे हैं।

    उन्होंने कहा, भाजपा की सरकार बनने के बाद दिल्ली कितनी बदली है यह जनता बताएगी। एक उदाहरण कांवड़ यात्रा शिविर का प्रबंध है। पहले कांवड़ शिविर लगाने का काम तीन ठेकेदारों को दे दिया जाता था। इसमें भ्रष्टाचार होता था। अब प्रत्येक कांवड़ समिति का एकल खिड़की से पंजीकरण करने के बाद शिविर लगाने के लिए राशि दी जा रही है। अधिकारी हमेशा काम करना चाहते हैं पहले काम नहीं करने दिया जाता था।

    उन्होंने कहा, कारोबारियों की समस्या हल की जा रही है। कारोबार करने में आने वाली कठिनाइयों को दूर किया जा रहा है। पहली बार एक लाख करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया है। 28 हजार करोड़ आधारभूत ढांचा के विकास के लिए रखा गया है। दिल्ली को शिक्षा, स्वास्थ्य सहित व्यवसाय के प्रत्येक क्षेत्र का हब बनाने का प्रयास है। प्रत्येक क्षेत्र के लोग आकर यहां निवेश करें इसका प्रयास हो रहा है। 

    उन्होंने कहा, मेरे मुख्यमंत्री बनने से दिल्ली की प्रत्येक महिला अपने को मुख्यमंत्री समझती हैं। वह बिना किसी परेशानी और संकोच के मुझसे अपने परेशानी बताती हैं। उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

    दैनिक जागरण के कार्यकारी संपादक विष्णु प्रकाश त्रिपाठी ने कहा, दिल्ली में लंबे समय निष्क्रियता की स्थिति रही है। विकास कार्य नहीं हुए। राष्ट्र मंडल खेल के के बाद से दिल्ली ठहरी हुई है। बहुत उम्मीद के साथ दिल्लीवासियों ने भाजपा को विजयी बनाया है। भाजपा ने बहुत सोच समझकर रेखा गुप्ता के हाथ में बागडोर सौंपने का निर्णय लिया होगा।

    रेखा गुप्ता के सामने कोई रेखा नहीं है। उनके सामने कोई लक्ष्मण रेखा नहीं राम रेखा है। दिल्लीवालों किअपेक्षा को पूरी करने के लिए लंबी रेखा खींचनी होगी। दिल्ली सहित पूरे एनसीआर के चतुर्दिक विकास में दैनिक जागरण सरकार के साथ है। इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद, दैनिक जागरण के प्रधान संपादक संजय गुप्त सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर विमर्श की शुरुआत की।