Red Fort Violence 2021: चार्जशीट से बड़ा खुलासा, लाल किला को धरना स्थल बनाना चाहते थे 'किसान'
Red Fort Violence 2021 चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि लाल किला के ऊपर निशान साहिब और किसान झंडा फहराने वाले आरोपित को काम करने के लिए मोटी रकम देने का वादा किया गया था।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी के दिन किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला पर हिंसक प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। लाल किला हिंसा मामले में दिल्ली कोर्ट में पेश चार्जशीट के मुताबिक, किसान प्रदर्शनकारी लाल किला पर कब्जा कर यहां पर स्थाई धरना स्थल बनाने की तैयारी में थे। इसका एक और मकसद यहां पर प्रदर्शन करके केंद्र सरकार को भी बदनाम करना था।
दिल्ली पुलिस ने लाल किला मामले में चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें कहा गया है कि घटना लाल किला को कृषि विरोध का नया स्थल बनाने की साजिश थी। चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि लाल किला के ऊपर निशान साहिब और किसान झंडा फहराने वाले आरोपित को काम करने के लिए मोटी रकम देने का वादा किया गया था।
पिछले दिनों दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 26 जनवरी को हुई किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किला पर हुई हिंसा को लेकर तीस हजारी अदालत में चार्जशीट दाखिल की। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने दीप सिद्धू, इकबाल सिंह, मनिंदर मोनी और खेमप्रीत सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया है। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में आरोपियों पर देशद्रोह, दंगा करना, हत्या की कोशिश और डकैती जैसी गंभीर धाराएं लगाई हैं। दिल्ली पुलिस सूत्रों की मानें तो कि चार्जशीट में दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना लाल किले की हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता हैं। इतना ही नहीं चार्जशीट में कई बड़े किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं। लाल किला हिंसा मामले में अब भी कई आरोपित फरार हैं, जिनकी तलाश में दिल्ली पुलिस जुटी हुई है।
यहां पर बता दें कि 26 जनवरी को हुई हिंसा में बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान भी घायल हुए थे। पुलिस की मानें तो हिंसा में 300 से अधिक जवान घायल हुए थे।