Delhi में रिकॉर्डतोड़ बारिश... 80 KM की रफ्तार वाली आंधी से 4 की मौत; जानिए अगले 7 दिन तक कैसा रहेगा मौसम
दिल्ली में मई की शुरुआत में ही रिकॉर्डतोड़ बारिश और 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों तक हल्की बारिश और कम तापमान का पूर्वानुमान जताया है। जानिए इस मौसम परिवर्तन के पीछे क्या कारण हैं और दिल्ली के लिए मौसम का पूर्वानुमान क्या है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अप्रैल में भीषण गर्मी से जूझने के बाद दिल्ली वासियों को मई की शुरुआत में खासी राहत मिली है। यह बात अलग है कि रिकॉर्ड वर्षा से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। इतना ही नहीं तेज आंधी के चलते दिल्ली में एक मकान पर पेड़ गिर गया, जिससे तीन बच्चों और उनकी मां की मौत हो गई। वहीं, इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अभी एक सप्ताह तक गर्मी के तेवर हल्के ही रहेंगे। कमोबेश रोज बादल छाए रहने, हल्की वर्षा होने व तापमान भी कम ही रहने का पूर्वानुमान है।
80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार आधी रात के बाद से सुबह साढ़े आठ बजे तक दिल्ली में 77.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि, सर्वाधिक वर्षा सुबह पांच से छह बजे के बीच हुई है। इसी दौरान 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज धूल भरी आंधी भी चली। मई के महीने में एक दिन की 17 सालों (2009 से 2025) में यह दूसरी सर्वाधिक वर्षा है।
वहीं, इससे पूर्व 20 मई 2021 को 119.3 मिमी वर्षा दर्ज हुई थी। लोधी रोड पर 78.0 मिमी, पालम में 45.6 मिमी, रिज में 59.2 और आया नगर में 39.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
तापमान में भी गिरावट दर्ज हुई
इस रिकॉर्ड वर्षा और आंधी से तापमान में भी गिरावट दर्ज हुई है। सुबह पांच से छह बजे के दौरान तापमान में 7-10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। आज सुबह सवा पांच बजे लोधी रोड पर तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस से सुबह साढ़े पांच बजे 20.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसी प्रकार जाफरपुर में 9.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ तापमान 28.4 से 19.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हालांकि, आज समग्र दिल्ली का न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री दर्ज किया गया है।
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वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने बताई वजह
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने मौसम में अचानक हुए इस बदलाव और रिकॉर्ड आंधी-तूफान-वर्षा के लिए गुजरात तट को पार करने वाले “ताउते” चक्रवात के अवशेषों की आवाजाही को प्रमुख वजह बताया है। इसके साथ साथ उन्होंने कुछ और मौसमी कारण भी बताए हैं। मसलन, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के निचले स्तरों पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण। उत्तर-पूर्व राजस्थान और उससे सटे उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के निचले स्तरों पर एक और ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण। वहीं, दिल्ली के निचले स्तरों पर दक्षिण पूर्व दिशा से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलीं।
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