पढ़िए- क्यों दिल्ली की डॉ पूजा को एक कॉल करने वालों को खोजने के लिए गुजरात और बंगाल पहुंच गई दिल्ली पुलिस
दक्षिण जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि महरौली के टीबी अस्पताल में डाॅक्टर के रूप में कार्यरत डाॅ. पूजा सरीन ने दिसंबर में साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से फोन आया और ठगी हो गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। महरौली के टीबी अस्पताल की महिला चिकित्सक से साइबर ठगों ने सात लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों ने बैंक कर्मचारी बनकर केवाइसी अपडेट करने के नाम पर उनसे कागजात लिए और उनके खाते से रुपये निकाल लिए। पुलिस ने मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान मोहम्मद आजाद और राहुल कुमार शा के रूप में की गई है। हालांकि, मामले में मुख्य आरोपित की तलाश की जा रही है।
डाॅ. पूजा सरीन ने दिसंबर में दर्ज कराई थी साइबर ठगी की शिकायत
दक्षिण जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि महरौली के टीबी अस्पताल में डाॅक्टर के रूप में कार्यरत डाॅ. पूजा सरीन ने दिसंबर में साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से फोन आया और उसने उनके बैंक खाते की केवाइसी के लिए कागजात मांगे।
ओटीपी बताते ही निकल गए सात लाख रुपये
इसके बाद आरोपितों ने उन्हे एक ओटीपी मिलने की बात कही। इसके बाद उनके खाते से सात लाख रुपये निकल गए। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस को पता चला कि पीड़िता के खाते से रुपये निकाल कर आइसीआइसीआइ बैंक, एक्सिस बैंक व पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं।
जांच मेंं एक नंबर गुजरात में मिला चालू
खातों की जांच के जरिये पुलिस को एक फोन नंबर गुजरात में चालू मिला। वहां से पुलिस ने आजाद को गिरफ्तार किया। आजाद ने बताया कि वह और राहुल दोनों मिलकर नादिया पश्चिम बंगाल के रहने वाले वर्था के लिए काम करते थे। पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि जब भी कोई बैंक या अन्य आवश्यक सेवा बताते हुए कॉल कर आपसे आपकी निजी जानकारी मांग रहा हो तो तुरंत उसे वैरिफाई करें। ऐसे किसी को भी अहम जानकारियां देने से वह आपके साथ गलत कर सकता है। आपकी जरा सी चूक से आपके जीवन भर कमाई मिनट भर में चली जाएगी। इसलिए ओटीपी और अन्य जानकारी देते समय सावधान रहें।