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खून से सनी एक लव स्टोरी : सिर्फ 3 महीने में प्रेमी-प्रेमिका की शादी, एक साल में पति का कत्ल

अपूर्वा को शक था कि रोहित के एक महिला मित्र से अवैध संबंध हैं जबकि ऐसा नहीं था। इसी वजह से अपूर्वा उस महिला से भी खफा रहती थी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 11:48 AM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 05:19 AM (IST)
खून से सनी एक लव स्टोरी : सिर्फ 3 महीने में प्रेमी-प्रेमिका की शादी, एक साल में पति का कत्ल
खून से सनी एक लव स्टोरी : सिर्फ 3 महीने में प्रेमी-प्रेमिका की शादी, एक साल में पति का कत्ल

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। रोहित शेखर तिवारी और अपूर्वा के प्रेम विवाह का क्लाइमेक्स तो तीन माह बाद ही सामने आ गया था। दरअसल, शादी के तीन माह बाद पहली बार रोहित को हार्ट अटैक आया था। इसी के बाद अपूर्वा ने रोहित को तलाक का नोटिस भेज दिया था। हालांकि, परिजनों के समझाने पर वह रोहित के घर तो आ गई, लेकिन रिश्तों के बीच बनी खाईं कम होने के बजाय और अधिक चौड़ी होती चली गई।

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शादी के तीन महीने बाद रोहित को हार्ट अटैक आ गया था, तब मैक्स अस्पताल में उनके हार्ट की सर्जरी हुई थी। इसके कुछ ही दिनों बाद अपूर्वा मायके इंदौर चली गई और बाद में तलाक का नोटिस भेज दिया। परिजनों के समझाने पर अगस्त 2018 में अपूर्वा वापस डिफेंस कॉलोनी स्थित रोहित के घर आई। परिजनों ने दोनों को समझाकर रिश्ता सामान्य करने का प्रयास किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अपूर्वा रोहित के घर तो रहने लगी, लेकिन दोनों में कई-कई दिन आपस में बात नहीं होती थी। इससे वह अवसाद की भी शिकार हो गई थी। दरअसल उसकी महत्वकांक्षा ऐशो आराम की जिंदगी जीने की थी। वह खुद को सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता होने के साथ-साथ कांग्रेस के इंटक की राष्ट्रीय अध्यक्ष बताती थी और वह हमेशा टशन में रहती थी। रोहित के अलावा घर के सभी सदस्यों पर वह हावी रहती थी।

रोहित और कुमकुम में अवैध संबंध का था शक
रोहित व सिद्धार्थ दोनों राजीव को भैया व कुमकुम को भाभी कहकर बुलाते हैं। अपूर्वा को शक था कि कुमकुम से रोहित के अवैध संबंध हैं, जबकि ऐसा नहीं था। इसी वजह से अपूर्वा कुमकुम से भी खफा रहती थी। इसी वजह से कुमकुम ने डिफेंस कॉलोनी आना भी छोड़ दिया था और किसी समारोह में ही उज्ज्वला के साथ आती थीं।

हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद पांच दिन तक क्राइम ब्रांच को घुमाने वाली अपूर्वा शुक्ला बेहद तेज दिमाग और महत्वाकांक्षी है। अकूत संपत्ति की मालकिन बनने के लिए ही उसने रोहित से विवाह किया था। हालांकि जब संपत्ति के साथ ही पति भी हाथ से निकलता दिखा तो न सिर्फ उसके ख्वाब टूट गए बल्कि वह खुद भी बिखर गई। इसके बाद गुस्से और अवसाद में उसने वह कर डाला, जिसने उसके लिए सलाखों का रास्ता बना दिया।

सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाली अपूर्वा का 2017 में मैट्रीमोनियल साइट के जरिये रोहित से परिचय हुआ था। इसके बाद जल्द दोनों में गहरी दोस्ती हो गई और दोनों ने एक दूसरे के घर आना-जाना शुरू कर दिया। अपूर्वा को उम्मीद थी कि एनडी तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश और एक बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे हैं। रोहित के नाना भी चार बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं।

ऐसे में रोहित शेखर को विरासत में अकूत संपत्ति मिलेगी। उसे लगा कि रोहित से शादी करने के बाद उसे दौलत और शोहरत दोनों ही मिलेगी, इसलिए उसने 11 मई 2018 को रोहित से इंदौर में शादी कर ली। शादी के बाद अपूर्वा जब दिल्ली आई तो हकीकत से पर्दा उठा और उसने खुद को ठगा हुआ महसूस किया। उसे पता लगा कि रोहित के पास कुछ भी प्रॉपर्टी नहीं है। उनकी मां उज्ज्वला शर्मा के बैंक खाते में महज दस हजार रुपये थे। डिफेंस कॉलोनी वाला घर ही केवल उज्ज्वला के नाम पर है, जो 400 गज में बना हुआ है।

उसकी भी वसीयत में उज्ज्वला ने लिखा है कि उनके मरने के बाद घर के 60 फीसद हिस्से का मालिक रोहित और 40 फीसद के मालिक सिद्धार्थ होंगे। सिद्धार्थ उज्ज्वला के पहले पति के पुत्र हैं। वह डिफेंस कॉलोनी में रहते हैं और शादी नहीं की है। हमेशा बीमार रहने की वजह से सिद्धार्थ ने भी कह रखा है कि उनकी मौत के बाद उनके हिस्से की प्रॉपर्टी राजीव के नौ वर्षीय बेटे पोलू को दे दी जाए। राजीव, उज्ज्वला के पहले पति के चचेरे भाई के पुत्र हैं, जो उज्जवला की देखभाल करने के लिए उनके साथ ही तिलक लेन के सरकारी आवास में पत्नी व बच्चों के साथ रहते हैं।

राजीव के बेटे को संपत्ति देने को लेकर भी थी नाराज
रोहित के सौतेले भाई सिद्धार्थ ने राजीव और कुमकुम के नौ वर्षीय बेटे को अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा देने की बात कही थी। इससे भी अपूर्वा नाराज थी। दरअसल राजीव व उनकी पत्नी कुमकुम वर्षों से उज्ज्वला के साथ रहकर उनकी सेवा कर रहे हैं। राजीव उज्ज्वला को माय कहकर बुलाते हैं। इसी वजह से उज्ज्वला और सिद्धार्थ ने राजीव के नौ वर्षीय छोटे बेटे के नाम संपत्ति कर देने का मन बनाया है। यह अपूर्वा को बिलकुल भी पसंद नहीं था और उसका मानना था कि सारी संपत्ति की वह अकेली वारिस है।

राजीव रंजन (एडिशनल पुलिस कमिश्नर, क्राइम ब्रांच) के मुताबिक, अपूर्वा को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए पुलिस ने पर्याप्त सुबूत जुटा लिए हैं। साक्ष्यों, फोरेंसिक रिपोर्ट व कॉल डिटेल रिकार्ड से अहम सुबूत मिल गए हैं। अपूर्वा ने भी इकबालिया बयान में जुर्म कुबूल कर लिया है।

वहीं, रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि  अगर अपूर्वा इतनी परेशान थी तो मेरे बेटे से रिश्ता तोड़ लेती। उसे मार क्यों दिया, इतना प्यारा बेटा था रोहित। शराब पीने और अन्य गलत आदत की बात वह झूठ बोल रही है। उसके पास कोई हथियार नहीं बचा तो हमारे परिवार को बदनाम कर रही है।

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