Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi Unlock-4: ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया बाजारों में कैसे किया जाएगा भीड़ को कंट्रोल

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Mon, 21 Jun 2021 03:42 PM (IST)

    बाजार संगठन कोरोना से बचाव के साथ सुरक्षित व्यापार को लेकर कितने तैयार हैं और क्या इंतजाम हैं। इस पर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल दिल्ली के महासचिव व फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव से नेमिष हेमंत ने बातचीत की।

    Hero Image
    भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, दिल्ली के महासचिव व फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव

    नई दिल्ली। लंबे लाकडाउन के बाद राजधानी में अनलाक की प्रक्रिया चल रही है। कारोबारी गतिविधियां सामान्य होने की ओर हैं। बाजारों में चहल-पहल बढ़ने लगी है तो कोरोना के दिशानिर्देशों को लेकर लापरवाही की तस्वीरें भी सामने आने लगी हैं, जिसने आम लोगों के साथ हाई कोर्ट को भी चिंतित किया है। इसलिए कोर्ट ने बाजार संगठनों के साथ शासन-प्रशासन को चेताया है। ऐसे में बाजार संगठन कोरोना से बचाव के साथ सुरक्षित व्यापार को लेकर कितने तैयार हैं और क्या इंतजाम हैं। इस पर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, दिल्ली के महासचिव व फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव से नेमिष हेमंत ने बातचीत की। प्रस्तुत है उसके अंश..

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हाई कोर्ट की चिंता को बाजार संगठन कितनी गंभीरता से ले रहे हैं?

    व्यापारी इसे गंभीरता से ले रहे हैं। आखिरकार, जब लाकडाउन लगता है तो उसका सर्वाधिक नुकसान व्यापारी वर्ग को उठाना पड़ता है। जब बाजार खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी तभी यह तय किया गया था कि हर बाजार में स्थानीय स्तर पर कोरोना की रोकथाम के लिए टीम बने। इसका काम लोगों को मास्क, शारीरिक दूरी और सैनिटाइजर के प्रति जागरूक करने के साथ ही इसके पालन करने पर नजर बनाए रखना हो। उदाहरण के तौर पर सदर बाजार में 24 लोगों की टीम है, जो लगातार इस दिशा में काम कर रही है। उसकी जिम्मेदारी है कि वह प्रशासन के साथ मिलकर नियमित तौर पर अभियान चलाती रहे। हम दुकानदारों के साथ कर्मचारियों और कामगारों को लगातार टीके के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कुछ बाजार संगठन टीकाकरण कैंप लगवा रहे हैं। इसके साथ ही दुकानदारों से कह रहे हैं कि वह कम कर्मचारी बुलाएं और बुजुर्ग दुकानदार बाजार आने से बचें।

    दिक्कतें कहां आ रही हैं और क्या-क्या करने की जरूरत है?

    हम दुकानदारों, कर्मचारियों और कामगारों को तो जागरूक करने के साथ उन पर नजर बनाए रख सकते हैं, लेकिन बाहर से आने वालों व रिक्शा वालों को लेकर दिक्कतें आ रही हैं। उसमें भी कह सकते हैं कि तकरीबन 80 फीसद लोग अनुशासन में हैं, दिक्कत 20 फीसद लोगों को लेकर है। इसलिए हमने शासन-प्रशासन से और अधिक संख्या में सिविल डिफेंस के वालंटियर्स की तैनाती की मांग रखी है तो दिल्ली पुलिस से आग्रह किया है कि इसके लिए वह केंद्र सरकार से अर्धसैनिक बल मांगे, जिन्हें बाजारों में तैनात किया जाए। वे लोगों पर नजर रखें और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर चालान की कार्रवाई से न हिचकें।

    दुकानों में भीड़ को व्यवस्थित करने को लेकर क्या योजना है?

    दुकानों में भीड़ कम करने को लेकर हम लोगों से लगातार अपील कर रहे हें कि जिसको खरीदारी करनी है, वही बाजार आए। मौजूदा स्थिति में बाजार घूमने की जगह नहीं है। दूसरे, हम दुकानदारों और ग्राहकों को इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं कि वे सामानों की सूची दुकानदारों को पहले से भेज दें, ताकि उसके आने तक सामान पैक हो जाए। इससे खरीदार को बाजार में ज्यादा देर नहीं रुकना होगा। इसी तरह दुकानदारों से कहा गया है कि मास्क न पहनने व शारीरिक दूरी का पालन न करने वाले ग्राहक को सामान न दें। कोरोना के दिशानिर्देशों का पूरा ख्याल रखें। अगर संभव है तो दुकानदार लोगों को मास्क बांटें

    अतिक्रमण भी कोरोना को लेकर डर पैदा कर रहा है?

    हां, यह दिक्कत आ रही है। बाजार खुलने के साथ कुछ दुकानदारों के साथ ही रेहड़ी-पटरी वालों का अतिक्रमण बढ़ गया है। झोले में सामान रखकर बेचने वाले भी बाजार में हैं, जो मौका देखते ही फुटपाथ और सड़कों पर बैठकर सामान बेचने लग जाते हैं। ऐसे लोगों पर नगर निगम तथा दिल्ली पुलिस को और सख्ती बरतने की जरूरत है। इसी तरह अवैध पार्किंग पर कार्रवाई के लिए हम यातायात पुलिस से आग्रह कर रहे हैं।