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    Rakesh Tikait प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने के लिए तैयार, कहा- 'PM फोन नंबर दे दें'

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Sat, 06 Feb 2021 12:33 PM (IST)

    Rakesh Tikait PM modi पिछले दिनों सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के मुद्दे पर कहा था कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से बातचीत से बस एक फोन कॉल दूर हैं। किसान नेता जब चाहें तब कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को फोन कर लें।

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    किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के लिए तैयार हैं।

    नई दिल्‍ली, ऑनलाइन डेस्क। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा और पंजाब के किसानों का धरना-प्रदर्शन शनिवार को 73वें दिन पहुंच गया है। वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत एक उम्मीद बंधाते नजर आ रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि 2 महीने से भी अधिक समय से धरना-प्रदर्शन कर रहे किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी से बातचीत को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है- 'कौन सा नंबर है? नंबर दे दो। हमने अपना नंबर उनको दे रखा है। मैंने नंबर सार्वजनिक कर रखा है। उस नंबर पर लोग मुझे गाली देते हैं। तो प्रधानमंत्री भी अपना नंबर दे दें। हम कॉल कर लेंगे उनको।'

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    पीएम मोदी के बुलावे का इंतजार

    राकेश टिकैत ने सकारात्मक अंदाज में कहा है कि वे पीएम मोदी के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं।  पीएम मोदी अपना नंबर उन्‍हें दे दें जिससे वे फोन कर सकें। दरअसल, पिछले दिनों सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के मुद्दे पर कहा था कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से बातचीत से बस एक फोन कॉल दूर हैं। किसान नेता जब चाहें, तब कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को फोन कर लें। इसी मुद्दे पर राकेश टिकैत ने कहा है कि पीएम मोदी अपना नंबर दे दें, वे फोन कर लेंगे। 

    यहां पर बता दें कि भाकियू नेता पिछले तकरीबन 2 महीने से दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। दरअसल, 28 जनवरी को गाजीपुर बॉर्डर पर धरना खत्म करने को लेकर गाजियाबाद प्रशासन और राकेश टिकैत के बीच बातचीत हो गई थी, वह मान भी गए थे। इस बीच यह बात फैल गई कि लोनी के विधायक अपने समर्थकों के साथ आए हैं। इस दौरान किसानों पर जुल्म भी हो सकता है। इससे राकेश टिकैत नाराज हो गए और उन्होंने धरना खत्म नहीं करने का एलान कर दिया।