Delhi Stampede: रेल मंत्रालय ने RPF की जांच रिपोर्ट को बताया 'गलत और भ्रामक', कही ये बात
रेल मंत्रालय ने मंगलवार को उन मीडिया खबरों को गलत और भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया है। मंगलवार को एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि कुछ मीडिया खबरों में दावा किया गया कि आरपीएफ ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की जांच की है और कहा कि ट्रेन का प्लेटफार्म आखिरी समय में बदलने की उद्घोषणा के कारण भगदड़ हुई।

पीटीआई, नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने मंगलवार को उन मीडिया खबरों को 'गलत और भ्रामक' बताते हुए खारिज कर दिया है। मंगलवार को एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि कुछ मीडिया खबरों में दावा किया गया कि आरपीएफ ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की जांच की है और कहा कि ट्रेन का प्लेटफार्म आखिरी समय में बदलने की उद्घोषणा के कारण भगदड़ हुई।
रेल मंत्रालय ने कही ये बात
मंत्रालय ने कहा कि आरपीएफ ने घटना की कोई जांच नहीं की है, बल्कि उत्तरी रेलवे द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच की जा रही है। इसने कहा कि समिति द्वारा 100 से अधिक लोगों से बयान लिये जा रहे हैं। सभी बयान दर्ज करने के बाद समिति घटनाओं की कड़ियों को जोड़ने सवाल-जवाब सहित गहन जांच करेगी।
समिति द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी
उसने कहा कि समिति द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। मीडिया संस्थानों से उच्च स्तरीय समिति की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करने का आग्रह करते हुए मंत्रालय ने कहा कि अगर कोई ऐसी जानकारी है जो उच्च स्तरीय समिति को उसकी जांच प्रक्रिया में मदद कर सकती है, तो कृपया इसे सीधे समिति के सदस्यों के साथ साझा करें।
रेलवे के कर्मचारियों पर मदद नहीं करने का आरोप
पीड़ितों का कहना है कि न पुलिस वाले न ही रेलवे वाले और न ही अस्पताल वाले उनकी मदद कर रहे हैं।किसी भी पूछते हैं तो उन्हें जानकारी देने के बजाए वहां से भगा देते हैं। आंखों में आंसू लिए उनका कहना है कि अब जाएं भी तो कहां। स्टेशन जाने पर अस्पताल जाने को कहा जाता है।
बिहार के लोगों ने बयां किया दर्द
दरभंगा बिहार के रहने वाले मुजीब ने बताया कि उनका बड़ा भाई नदीम जामा मस्जिद स्थित एक गेस्ट हाउस में काम करता है। नदीम के परिवार में माता पिता के अलावा उनकी पत्नी और उनकी दो साल की बेटी है। वह लोग दरभंगा में रहते हैं।
नदीम शनिवार को रात 8 बजे दरभंगा जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आया था। वह तीन महीने पहले ही दिल्ली नौकरी के लिए आया था। शनिवार को वह परिवार वालों से मिलने के लिए गांव जा रहा था।
गांव नहीं पहुंचा पहुंचा युवक
मुजीब ने बताया कि रविवार सुबह उन्हें भगदड़ के बारे में पता चला। उनका भाई गांव भी नहीं पहुंचा है। उनका कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है। अपने भाई के तलाश में वह एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भटक रहे है। वहीं पहला पुश्ता खजूरी खास की रहने वाली सुमिता देवा भी लापता की लिस्ट में शामिल हैं। सुमिता देवी के देवर श्याम कुमार ने बताया कि वह अपनी भाभी और भाई के पहला पुश्ता खजूरी में रहते हैं। उनके भाई प्रावइेट नौकरी करते हैं।
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