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यहां भी हो सकता है अमृतसर जैसा रेल हादसा, जान हथेली पर रख रेलवे लाइन पार करते हैं लोग

लोगों ने रेलवे व स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाया है कि कई बार स्टेशन के समीप अंडरपास बनाने की मांग की गई, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

By Edited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 07:21 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 07:49 PM (IST)
यहां भी हो सकता है अमृतसर जैसा रेल हादसा, जान हथेली पर रख रेलवे लाइन पार करते हैं लोग
यहां भी हो सकता है अमृतसर जैसा रेल हादसा, जान हथेली पर रख रेलवे लाइन पार करते हैं लोग

नोएडा/बिलासपुर, जेएनएन। दनकौर रेलवे स्टेशन पर यात्री नियमों को ताक पर रख कर रेलवे लाइन को पार करते हैं। इससे यात्रियों की जान पर हमेशा खतरा मंडराता है। इससे अमृतसर जैसी घटना की पुनरावृति का आशंका जताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने रेलवे व स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाया है कि कई बार स्टेशन के समीप अंडरपास बनाने की मांग की गई, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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सुविधाओं की कमी
फुटओवर ब्रिज दूर होने के कारण यात्री जान जोखिम में डाल कर प्लेटफार्म नंबर एक से दो पर आना-जाना करते हैं। जीआरपी व आरपीएफ भी लोगों को रोकने में विफल रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि स्टेशन परिसर में सुविधाओं की कमी है। दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेलखंड स्थित दनकौर रेलवे स्टेशन पर करीब तीन दर्जन से अधिक मेल, एक्सप्रेस व लोकल ट्रेनों का परिचालन होता है।

अनहोनी का खतरा
ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री ट्रेन आने के समय प्लेटफार्म के विपरीत दिशा में भी जान हथेली पर रख कर उतरते व चढ़ते हैं। इस दौरान किसी अन्य ट्रेन के आने से अनहोनी का खतरा मंडराता रहता है। इसके अलावा स्टेशन के दोनों मंडी श्यामनगर व खेरली गांव के बाजार में आने-जाने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

क्या कहते हैं लोग 
प्लेटफॉर्म पर आने-जाने के लिए यात्रियों को पटरी पार कर जाना पड़ता है। ओवर ब्रिज का निमार्ण स्टेशन बिल्डिंग से काफी दूर किया गया है। इसलिए लोग लाइन पार कर आना-जाना करते हैं। -नदीम सलमानी, ग्रामीण

बेरोक-टोक रेलवे लाइन को पैदल पार करने पर अंकुश लगाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। रात के समय ड्यूटी करने वाले अधिकांश लोग पैसेंजर ट्रेन से आते-जाते हैं। इस दौरान दूसरी लाइन पर ट्रेन के आ जाने से खतरा मंडराता रहता है। -राजेंद्र आर्य प्रजापति, ग्रामीण


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