Delhi: अब 10 जनपथ में मां के साथ रहेंगे राहुल गांधी, सदस्यता जाने के बाद मिला था बंगला छोड़ने का नोटिस
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सांसद के तौर पर मिले 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी आवास को खाली कर दिया है। मोदी सरनेम मानहानि केस में दो साल की सजा मिलने और लोकसभा सदस्यता जाने के बाद उन्हें सरकारी बंगला छोड़ने का नोटिस मिला था।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सांसद के तौर पर मिले 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी आवास को खाली कर दिया है। मोदी सरनेम मानहानि केस में दो साल की सजा मिलने और लोकसभा सदस्यता जाने के बाद उन्हें सरकारी बंगला छोड़ने का नोटिस मिला था।
फिलहाल उनका सामान सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ में शिफ्ट किया गया है। वह जल्द ही वहां रहने लगेंगे। 2004 में अमेठी से पहली बार सांसद चुने जाने पर राहुल को यह बंगला 2005 में आवंटित किया गया था।
23 मार्च को सूरत कोर्ट ने मानहानि केस में उन्हें दो साल कैद की सजा सुनाई थी। हालांकि, कुछ ही देर में उन्हें जमानत भी दे दी थी। राहुल केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे। राहुल गांधी ने इस सजा को सूरत की ही सत्र न्यायालय में चुनौती दी है, जिस पर बृहस्पतिवार को सुनवाई हुई, लेकिन अब भी इस पर बहस जारी है।
गौरतलब है कि सरकारी आवास छोड़ने के लिए राहुल को 22 अप्रैल तक की तारीख दी गई थी, लेकिन उन्होंने पहले ही उसे छोड़ दिया। राहुल के घर का सामान यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के आवास पर शिफ्ट किया गया है। शुक्रवार शाम को कई ट्रक 12 तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी के आवास पहुंचे और वहां से उनका सामान लाद कर सोनिया गांधी के घर पर छोड़ा गया।
लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने के लिए 22 अप्रैल तक का समय दिया था। नोटिस मिलने के अगले दिन उन्होंने सचिवालय के उप सचिव डा मोहित रंजन को लिखित जवाब भेजा, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बंगला खाली कर देंगे।
राहुल ने अपने जवाब में लिखा, "मैं चार बार लोकसभा सांसद चुना गया। यह लोगों का जनादेश है, जिसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं। मेरी इस घर से कई अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। मैं नोटिस में दिए गए आदेश का पालन करूंगा।"
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