Delhi University: डीयू के गणित के प्रस्तावित सिलेबस पर उठे सवाल, इन कालेजों के शिक्षकों ने लिखा पत्र
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) स्नातक प्रथम वर्ष के पहले व दूसरे सेमेस्टर के सभी विषयों का सिलेबस तैयार कर रहा है। विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इक्का दुक्का विभागों को छोड़ दें तो लगभग सभी ने सिलेबस तैयार कर लिया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) दीक्षा समारोह के एक साल के अंदर छात्रों को पिंट्रेड डिग्री देगा। 85 हजार छात्रों की डिग्री पिंट्र होकर आ चुकी है। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब दीक्षा समारोह के साल अंदर ही डिग्री छात्रों को दी जाएगी। परीक्षा विभाग के डीन प्रो. डीएस रावत ने बताया कि जिन छात्रों ने 2021 में डिग्री पूरी की है, उन्हें पिंट्रेड डिग्री मिलेगी।
डीयू ने एक रोस्टर तैयार किया है। प्रत्येक कालेज को डिग्री देने के लिए निश्चित तारीख तय की गई है। कालेजों को डिग्री देने का काम बृहस्पतिवार से शुरू हो जाएगा। 14 जुलाई तक सभी कालेजों को छात्रों की पिंट्रेड डिग्री दे दी जाएगी। कालेज छात्रों को बुलाकर डिग्री देंगे।
वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) स्नातक प्रथम वर्ष के पहले व दूसरे सेमेस्टर के सभी विषयों का सिलेबस तैयार कर रहा है। विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इक्का दुक्का विभागों को छोड़ दें तो लगभग सभी ने सिलेबस तैयार कर लिया है।
गणित विभाग ने सिलेबस का मसौदा सभी कालेजों के शिक्षकों के साथ साझा किया था, जिस पर गणित के शिक्षकों ने आपत्ति जताई है। लेडी श्रीराम कालेज, सेंट स्टीफेंस कालेज, जीसस एंड मैरी कालेज, रामानुजन कालेज, राजधानी समेत विभिन्न कालेजों के शिक्षकों ने गणित विभाग की विभागाध्यक्ष को एक पत्र लिखा है। पत्र पर 52 शिक्षकों के हस्ताक्षर हैं।
शिक्षकों ने प्रस्तावित सिलेबस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए सुझाव दिया है। लिखा है कि चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के तहत बीएससी आनर्स का सिलेबस तैयार किया जा रहा है। दो सेमेस्टर का पेपर शिक्षकों से साझा किया गया है। शिक्षकों ने वर्तमान और प्रस्तावित चार वर्षीय पाठ्यक्रम के सिलेबस का तुलनात्मक अध्ययन किया है। शिक्षकों ने मांग की है कि अकादमिक परिषद की बैठक में सिलेबस पेश करने से पहले सभी शिक्षकों की बैठक बुलाई जाए।
शिक्षकों ने लिखा है कि वे कई सालों से गणित पढ़ा रहे हैं, लिहाजा उन्हें पता है कि सिलेबस में क्या होना चाहिए। शिक्षकों ने हैरानी जताई है कि सिलेबस पर चर्चा के लिए अभी तक कोई बैठक नहीं बुलाई गई है। पत्र में कहा गया है कि चार वर्षीय पाठ्यक्रम के तहत तैयार सिलेबस का क्रेडिट स्कोर 42 होगा, जो वर्तमान सिलेबस के 66 से काफी कम है। शिक्षकों ने कुल 18 पेपर की पाठ्य सामग्री तैयार कर विभागाध्यक्ष को भेजी है।
शिक्षकों की प्रमुख आपत्ति
- ’ एनालिसिस और एलजेब्रा पेपर का क्रेडिट स्कोर भी 25 से घटकर 15 रह जाएगा।
- ’ इलेक्टिव के तीन और स्नातकोत्तर के एक पेपर को सिलेबस में शामिल किया गया है, जिसकी जरूरत नहीं थी।
- ’ कुछ पेपरों में पांच की जगह तीन लेक्चर प्रस्तावित हैं।
- ’ कैलकुलस के पेपर में बेसिक कैलकुलस की जानकारी होनी चाहिए, जिसका अभाव है।
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