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    QS Ranking 2025: आइआइटी दिल्ली को देश में मिला दूसरा स्थान, प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी डीयू और जेएनयू ने पाई ये रैंक

    क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग आ गई है। इसमें आइआइटी आइआइटी बॉम्बे को देश में पहला स्थान मिला है। जबकि आइआइटी दिल्ली ने दूसरा स्थान पाया है। भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पहले स्थान पर डीयू है। डीयू पिछले साल के मुकाबले 79 पायदान आगे बढ़ा है। जेएनयू ने भी अपनी स्थिति सुधारते हुए 30 स्थान आगे बढ़ा। यहां देखें किसे कौन सी रैंकिंग मिली है।

    By uday jagtap Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 05 Jun 2024 05:25 PM (IST)
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    QS World University Ranking 2025: आइआइटी दिल्ली और डीयू की क्यूएस रैंकिंग में बड़ी छलांग। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। (QS World University Ranking 2025 Hindi News) क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में आइआइटी दिल्ली 47 और दिल्ली विश्वविद्यालय ने 79 पायदान की छलांग लगाई है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली ने विश्व के शीर्ष संस्थानों में 150वां और डीयू ने 328वां स्थान हासिल किया है।

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    पिछले वर्ष आइआइटी दिल्ली 197वें और डीयू 407वें स्थान पर था। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने स्थिति में सुधार किया है। 30 स्थान रैंक में बेहतर हुई है। इस वर्ष उनकी रैंक 580 आई है। पिछले वर्ष 601- 610 थी।

    आइआइटी दिल्ली ने कहा है कि संस्थान प्लेसमेंट के मामले में प्रतिष्ठा के संबंध में शीर्ष 100 विश्व विश्वविद्यालयों में से एक है, एक क्यूएस पैरामीटर जो वैश्विक नियोक्ताओं की धारणाओं का मूल्यांकन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है कि कौन से संस्थान सबसे अधिक नौकरी के लिए तैयार स्नातक प्रदान कर रहे हैं।

    आइआइटी दिल्ली की रैंकिंग सेल के प्रमुख और डीन प्लानिंग प्रो. विवेक बुवा ने कहा, हमें खुशी है कि आइआइटी दिल्ली ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 150 हासिल की है। यह संस्थान की अब तक की सबसे ऊंची क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंक भी है। उन्होंने कहा, हमारी फैकल्टी और छात्रों द्वारा बड़े पैमाने पर उद्योग और समाज से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान, नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास को आगे बढ़ाने के साथ, संस्थान के पास अपनी रैंक में और सुधार करने की मजबूत क्षमता है।

    संस्थान को शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, रोजगार परिणाम और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क जैसे कई क्यूएस रैंकिंग मापदंडों के तहत शीर्ष पांच भारतीय संस्थानों में शामिल किया गया है। आइआइटी दिल्ली ने क्यूएस द्वारा मूल्यांकन किए गए 5000 से अधिक संस्थानों की सूची में से रैंकिंग के मामले में 90 प्रतिशत को पीछे छोड़ दिया है।

    अप्रैल 2024 में घोषित विषय 2024 के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के व्यापक विषय क्षेत्र में संस्थान को 45 रैंक के साथ दुनिया के शीर्ष 50 संस्थानों में स्थान दिया गया। आठ विशिष्ट विषय क्षेत्र में संस्थान को दुनिया के शीर्ष 100 संस्थानों में भी स्थान दिया गया।

    भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पहले स्थान पर डीयू

    क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2025 में डीयू ने भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही देश भर के अन्य संस्थानों की सूची में पिछले वर्ष के 9वें स्थान के मुक़ाबले डीयू इस बार सातवें स्थान पर पहुंचा है। कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि भारत के शीर्ष 10 संस्थानों में डीयू ने 79 रैंक ऊपर उठकर सबसे अधिक प्रगति की है।

    क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में इस बार डीयू ने शीर्ष 22 प्रतिशत में अपना स्थान बनाया है। इम्प्लायमेंट आउटकम्स और सस्टेनेबिलिटी में भारत के संस्थानों में डीयू पहले स्थान पर रहा है। इनके अलावा इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क में तीसरा, अकादमिक रेप्युटेशन में पांचवा और एम्प्लायर रेप्युटेशन में डीयू को आठवां स्थान मिला।

    कुलपति ने बताया कि वैश्विक स्तर पर नौ संकेतकों में से चार संकेतकों में डीयू को 270 संस्थानों में शामिल किया गया है। इनमें इम्प्लायमेंट आउटकम्स में 44वां, सस्टेनेबिलिटी में 220वां, अकादमिक रेप्युटेशन में 225वां और एम्प्लायर रेप्युटेशन में 269वां स्थान मिला है। डीयू ने इस बार नौ प्रदर्शन संकेतकों में से पिछले साल के मुक़ाबले पांच में सुधार किया है।