दिल्लीवालों को अब जाम से मिलेगी मुक्ति, अगले महीने से पंजाबी बाग फ्लाईओवर पर फर्राटा भरेंगे वाहन
Punjabi Bagh Flyover 1.1 किमी लंबे पंजाबी बाग फ्लाईओवर का काम जल्द पूरा हो जाएगा और अगस्त में यह शुरू हो जाएगा। वाहन जल्दी ही फर्राटा भरेंगे और इससे ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। साथ ही लोगों के समय की बचत के साथ ईंधन के पैसे भी बचेंगे। वेस्ट दिल्ली इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर डेवलपमेंट के तहत फ्लाईओवर तैयार हो रहा है।

रिषभ बाजपेयी, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली व आसपास रहने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। पंजाबी बाग के क्लब रोड स्थित फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अगस्त में पूरा हो जाएगा। फ्लाईओवर का 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। आधे से अधिक फ्लाईओवर की सड़क बनकर तैयार हो गई है।
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अगस्त के महीने से फ्लाईओवर पर वाहन फर्राटे भरने लग जाएंगे। फ्लाईओवर बनने के बाद वाहन चालकों के समय और ईंधन की बचत होने के साथ ही जाम के झाम से भी मुक्ति मिलेगी।
फ्लाईओवर के बारे में
वेस्ट दिल्ली इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर डेवलपमेंट के तहत तैयार हो रहे पंजाबी बाग फ्लाईओवर की लंबाई 1.1 किलोमीटर की है, जो कि छह लेन वाला है। फ्लाईओवर के एक तरफ की चौड़ाई 11.50 मीटर है, जबकि दोनों तरफ की चौड़ाई 23 मीटर है, जिस पर एक तरफ से तीन कारें आराम से गुजर सकती हैं।
अंतिम चरण में काम
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारी का कहना है कि फ्लाईओवर की पांच स्लैब डालने का कार्य बचा हुआ है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। एक स्लैब को डालने में अधिकतम एक हफ्ते का समय लगता है।
वर्षा हो जाने से काम प्रभावित हो जाता है, इसलिए काम की गति पर असर पड़ता है। आधे से अधिक फ्लाईओवर की सड़क बन गई है। 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य की गति बढ़ाई गई है इससे अगस्त के महीने में फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो जाएगा।
पेड़ों की वजह से दो बार अधर में लटका निर्माण कार्य
अधिकारी के मुताबिक इस फ्लाईओवर का प्रोजेक्ट दिसंबर 2023 में पूरा होना था, जो कि नहीं हो पाया। इसके बाद निर्माण कार्य पूरा करने की फरवरी 2024 तारीख रखी गई मगर फिर भी नहीं हो पाया। हाई टेंशन पावर केबल और करीब 30 से अधिक पेड़ ऐसे थे जो कि काम में रोडा बन रहे थे।
अब तय किया गया है कि जो पेड़ बीच में आ रहे उतनी जगह को छोड़कर या फिर उन्हें हल्का सा छाटकर निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया गया है। फिलहाल पेड़ अपनी ही जगह पर लगे हुए हैं, उनसे अब कोई बाधा नहीं है।
देखा जाए तो इस कारण निर्माण कार्य सात महीने की देरी से चल रहा है। बता दें कि दिल्ली इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर डेवलपमेंट के पहले चरण के तहत मोती नगर फ्लाइओवर का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 13 मार्च को उद्घाटन कर चुके हैं। दूसरे चरण में पंजाबी बाग का यह फ्लाइओवर है।
फ्लाईओवर बनने से वाहन चालकों को मिलेगा लाभ
पंजाबी बाग फ्लाईओवर बन जाने से बाहरी दिल्ली से लेकर पश्चिमी दिल्ली के लाखों वाहन चालकों को इसका फायदा मिलेगा। राजौरी गार्डन से नेताजी सुभाष पैलेस की तरफ जाने वाले वाहन चालकों को लाभ मिलेगा। साथ ही धौलाकुंआ से राजौरी गार्डन और जनकपुरी आने वाले लोगों के ईंधन के साथ ही समय की भी बचत होगी। इतना ही नहीं उन्हें फ्लाईओवर के नीचे लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा।
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