Property Dealer Murder: पश्चिमी दिल्ली में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, CCTV में कैद हुए हमलावर; नंदू गैंग पर शक
पश्चिमी दिल्ली में प्रापर्टी डीलर राजकुमार दराल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध हमलावर कैद हुए हैं जिससे नंदू गैंग पर शक गहरा गया है। पुलिस को मौके से कारतूस के खोखे मिले हैं और जांच जारी है। मृतक के भाई ने किसी भी धमकी या दुश्मनी से इनकार किया है पर पुलिस प्रापर्टी विवाद या रंगदारी की आशंका जता रही है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। पश्चिम विहार ईस्ट थाना इलाके की एसबीआइ कालोनी में प्रापर्टी डीलर राजकुमार दराल की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। शुक्रवार सुबह हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद इलाके के सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध हमलावर कैद हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस हत्या में कुख्यात नंदू गैंग का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। घटना से पहले आरोपितों ने इलाके में रेकी की है। आरोपित बाइक व स्विफ्ट डिजायर कार में सवार होकर आए थे।
मौके से 12 से ज्यादा राउंड कारतूस के खोखे मिले
जानकारी के अनुसार, पुलिस को मौके से 12 से ज्यादा राउंड कारतूस के खोखे मिले हैं। इनमें से आठ गोलियां उन्हें लगी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें कुछ लोगों को संदिग्ध अवस्था में घटनास्थल के आसपास देखा गया। इनमें से एक तो घटनास्थल के पास घूम रहा था और कुछ आरोपित कार से बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं जो वारदात को अंजाम देने के बाद तेजी से फरार हो गए।
फोटो भेजकर आरोपितों की पहचान शुरू कर दी
सूत्रों का कहना है कि नंदू गैंग, जिसका सरगना कपिल सांगवान उर्फ नंदू है, हाल के दिनों में दिल्ली में रंगदारी और हिंसक वारदातों में सक्रिय रही है। इस हत्या के पीछे प्रापर्टी विवाद या रंगदारी का मामला हो सकता है। पुलिस ने फुटेज के आधार पर अपने मुखबिरों को उनकी सीसीटीवी फुटेज व फोटो भेजकर आरोपितों की पहचान शुरू कर दी है। कई टीमें आरोपितों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। हालांकि जब यह फुटेज पुलिस को दिखाई गई तो उन्होंने ऐसी फुटेज से मना कर दिया।
जबरन वसूली के लिए कोई कॉल या मैसेज नहीं मिला
जब उनके स्वजन से रंगदारी मांगने व धमकी भरे काल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि राजकुमार को कोई धमकी नहीं मिली थी। राजकुमार के भाई विजय दराल ने बताया कि शुक्रवार सुबह वह अपने घर पर सो रहे थे। तभी उनकी भाभी ने उन्हें कॉल कर राजकुमार को गोली मारने की जानकारी दी। उनकी भाभी को सिक्योरिटी गार्ड ने जानकारी दी थी। विजय का कहना है कि उनके भाई का कोई दुश्मन नहीं था। यहां तक कि उसके प्रापर्टी डीलिंग से भी कोई संबंध नहीं था। उसे किसी गैंग या गैंगस्टर से जबरन वसूली के लिए कोई कॉल या मैसेज नहीं मिला था।
कार के सामने खड़ी कर दी थी कार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उन्हें आसपास के लोगों ने बताया कि जैसे ही राजकुमार बाहरी रिंग रोड पर जा रहे थे तो राजकुमार की कार के सामने आरोपितों ने कार खड़ी कर दी थी। आरोपितों ने कार के दोनों तरफ से आकर उनपर गोली चलाई व फरार हो गए। इनकी संख्या छह के करीब बताई जा रही है। बता दें कि राजकुमार रेडिसन होटल में जिम करने जाते थे।
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