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    प्रॉपर्टी डीलर लखपत सिंह की हत्या में नया मोड़, पुरानी रंजिश में बाप-बेटे गिरफ्तार

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 11:09 AM (IST)

    दिल्ली के मालवीय नगर थाना पुलिस ने बवाना में प्रॉपर्टी डीलर लखपत सिंह की हत्या के मामले में एक आरोपी खुशीराम और उसके नाबालिग बेटे को गिरफ्तार किया है। पुरानी रंजिश के चलते पिता-पुत्र ने इस वारदात को अंजाम दिया। खुशीराम और लखपत के बीच पहले क्रिकेट बैट से पिटाई और जबरन वसूली के मामले में मुकदमे दर्ज थे।

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    प्रॉपर्टी डीलर लखपत सिंह की हत्या के मामले में एक आरोपी खुशीराम और उसके नाबालिग बेटे को गिरफ्तार किया है।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मालवीय नगर थाना पुलिस ने बवाना में प्रॉपर्टी डीलर लखपत सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके नाबालिग बेटे को भी गिरफ्तार किया है।

    पिता-पुत्र ने पुरानी रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया। गिरफ्तार आरोपी खुशीराम है। वह बेगमपुर में लखपत का पड़ोसी था। आठ साल पहले, लखपत ने खुशीराम को क्रिकेट बैट खरीदकर दिया था और उससे उसकी पिटाई की थी, जिसके बाद लखपत के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। कुछ समय बाद, लखपत ने उसके खिलाफ जबरन वसूली का मुकदमा भी दर्ज कराया था।

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    दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अदालती सुनवाई के दौरान, दोनों में अक्सर कहासुनी होती रहती थी। लखपत के आतंक से तंग आकर खुशीराम ने बेगमपुर स्थित अपना मकान किराए पर दे दिया और अपने परिवार के साथ बवाना आ गया, लेकिन बदला लेने की चाह उसके दिल में धधकती रही।

    खुशीराम का परिवार अक्सर लखपत से बदला लेने के तरीके पर विचार करता था। उसका बेटा 14 दिन बाद बालिग हो जाता। तो उससे पहले इन लोगों ने लखपत की हत्या की साजिश रची और तीन दिन पहले बाप-बेटे पार्क में आए और लखपत को गोली मार दी। लखपत ने चार गोलियां चलाई थीं, जिनमें से दो लखपत को लगीं, जिससे उसकी मौत हो गई।

    पहचान छिपाने के लिए दोनों ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था और हेलमेट भी पहने हुए थे। बाइक की नंबर प्लेट बदली हुई थी। वारदात के बाद भागते वक्त रास्ते में असली नंबर प्लेट लगा ली। दो दिन तक दोनों कश्मीरी गेट चांदनी चौक पर घूमते रहे।

    कल शाम जब घर पहुंचे तो पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। खुशीराम अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ गया था ताकि लोकेशन घर तक ट्रेस हो सके। उसके बेटे के पास मोबाइल था, लेकिन वह बंद था।