एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी में घमासान के आसार, ट्विन टावर ध्वस्त करने वाली एडफिस इंजीनियरिंग पर हो सकती है कार्रवाई
सेक्टर-93 ए स्थित एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को ध्वस्तीकरण के बाद अब तक उसका मलबा निस्तारित नहीं हो सका है। ऐसे में हीलाहवाली करने वाली एडफिस इंजीनियरिंग पर नोएडा प्राधिकरण कार्रवाई कर सकता है। इसके संकेत मिलने लगे है।

नोएडा, कुंदन तिवारी। सेक्टर-93 ए स्थित एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को ध्वस्तीकरण के बाद अब तक उसका मलबा निस्तारित नहीं हो सका है। ऐसे में हीलाहवाली करने वाली एडफिस इंजीनियरिंग पर नोएडा प्राधिकरण कार्रवाई कर सकता है।
इसके संकेत मिलने लगे है, क्योंकि कंपनी की ओर से अभी 30 अप्रैल तक काम करने की मंशा जाहिर की गई है, लेकिन सोसायटी की आरडब्ल्यूए 20 अप्रैल के बाद एक दिन भी कंपनी को सोसायटी के अंदर काम करने की छूट देने के मूड में भी नहीं है। नोएडा प्राधिकरण भी अब कंपनी को टाइम एक्सटेंशन देना नहीं चाहती है। ऐसे में 15 अप्रैल के बाद एक बार फिर से सोसायटी में घमासान होने के आसार नजर आने लगे है।
नोएडा प्राधिकरण में नियोजन विभाग के महाप्रबंधक इश्तियाक अहमद ने स्पष्ट किया कि एडफिस इंजीनियरिंग को ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के बाद मलबा निस्तारण के लिए तीन माह का समय दिया गया था, लेकिन आठ माह में मलबा निस्तारित नहीं हो सका है।
60 हजार मीट्रिक टन मलबा कंपनी को निस्तारित करना था, ऐसे में 15 अप्रैल अंतिम तिथि दी गई थी, जो अब समाप्त होने वाली है। यदि समय पर कंपनी की ओर से काम पूरा नहीं किया गया तो खुद नोएडा प्राधिकरण की ओर सुप्रीम कोर्ट में याचिका देगा कि कंपनी ने अनुबंध के हिसाब से निर्धारित समय में अपना काम पूरा नहीं किया।
एमराल्ड कोर्ट सोसोयटी आरडब्ल्यूए अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने बताया कि एडफिस इंजीनियरिंग को अधिकतम 20 अप्रैल तक काम करने की आरडब्ल्यूए की ओर से छूट रहेगी। इसके बाद एक दिन का समय भी कंपनी को नहीं दिया जाएगा, क्योंकि उनके काम करने से निवासियों को दिक्कत हो रही है।
अभी कंपनी की ओर से दूसरे टावर के बेसमेंट की खोदाई कर सरिया ही नहीं निकाला गया है। ऐसे में कंपनी प्रतिनिधियों से कह दिया गया है कि वह लेबलिंग का काम पूरा करें। इसके लिए प्राधिकरण की निर्धारित तिथि से पांच दिन अधिक दिया जा सकता है।
एडफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मयूर मेहता ने बताया कि अभी करीब 15 दिन का काम शेष है, लेकिन काम पूरी क्षमता के साथ करने नहीं दिया जा रहा है। पांच मशीनो के साथ 28 अगस्त 2022 को ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद तीन माह में अनुबंध के अनुसार मलबे व राफ्ट तोड़कर सरिया निकाल कर मलबा होल में भरना था, लेकिन ग्रैप के कारण कई माह तक काम नहीं हो सका, उसके बाद निवासियों ध्वनि प्रदूषण् का आरोप लगाकर काम प्रभावित रखा। ऐसे में साढ़े चार माह तक काम प्रभावित हुआ, अब भी दो मशीनों के साथ ही आम करने की अनुमति है, ऐसे में काम पूरा करने में समय लग रहा है।
आरडब्ल्यूए से आग्रह किया जाएगा कि वह कंपनी को काम पूरा करने की अनुमति दे। नोएडा प्राधिकरण में भी अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।

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