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    एक्ट्रेस पूनम पांडे के 'मंदोदरी' किरदार पर मचा बवाल, अभिनय कराने का निर्णय वापस ले सकती है लवकुश रामलीला

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 02:00 AM (IST)

    बोल्ड अभिनेत्री पूनम पांडे को रामलीला में मंदोदरी का किरदार मिलने पर विवाद हो रहा है। लाल किला की लवकुश रामलीला समिति इस फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है क्योंकि विहिप और संत समाज ने पूनम पांडे के चयन पर आपत्ति जताई है। समिति के सदस्यों में भी इस मुद्दे पर मतभेद हैं। रामलीला समिति जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय ले सकती है।

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    अभिनेत्री पूनम पांडे से अभिनय कराने का निर्णय वापस ले सकती है लवकुश रामलीला।

    नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। बोल्ड व विवादस्पद अभिनेत्री पूनम पांडे की रामलीला में किरदार के साथ छवि सुधारने की कोशिश के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है। खुद की छवि को धक्का पहुंचता देख लाल किला मैदान की प्रसिद्ध लवकुश रामलीला जल्द अपना निर्णय पलट सकती है। क्योंकि, सार्वजनिक हमले के बीच पूनम पांडे से अभिनव कराने को लेकर समिति में ही गहरे मतभेद पैदा हो गए हैं।

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    अध्यक्ष अर्जुन कुमार को छोड़कर अधिकतर पदाधिकारी उस निर्णय के विरोध में बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही समिति बैठक कर पूनम पांडे से अभिनय का निर्णय वापस ले लेगी। समिति के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, इसे लेकर काफी आपत्तियां आ चुकी हैं। रामलीला मर्यादा की शिक्षा देती है। हम उसमें कोई विवाद नहीं चाहते हैं।

    वैसे, तो लवकुश रामलीला फिल्मी अभिनेता-अभिनेत्रियों से अभिनय कराने, भारी भरकम मंच, पेशेवर स्टंट निर्देेशक समेत अत्याधुनिक तकनीक के प्रयोग के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार यह पूनम पांडे को लेकर विवादों में है। उन्हें रावण की पत्नी मंदोदरी का किरदार दिया गया है, जिसका मंचन 29 व 30 सितंबर को है।

    रामलीला मंचन का 22 सितंबर से तीन अक्टूबर तक है। दो अक्टूबर को दशहरा है। लवकुश रामलीला समिति में इस बार 500 से ज्यादा कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। उसमें से पूनम पांडे एक हैं। उनके नाम पर आपत्ति जताने वाले लोगों के अनुसार, उक्त बोल्ड अभिनेत्री की सार्वजनिक छवि ठीक नहीं है।

    विहिप ने बकायदा रामलीला समिति को पत्र भेजकर पूनम पांडे के चयन पर गहरी चिंता व्यक्त की है। विहिप दिल्ली के मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने शनिवार को कहा कि समिति को इस मामले में जल्द निर्णय लेकर उसकी घोषणा करनी चाहिए और आगे इस तरह के विवादस्पद किरदार मंच पर न आए, उसकी व्यवस्था बनानी होगी।

    अगर समिति पूनम पांडे को अपने कलाकारों की सूची से नहीं हटाती है तो उससे उसकी साख पर गहरा धक्का पहुंचेगा। साथ ही सुरेंद्र गुप्ता ने स्पष्ट किया कि फिलहाल इस मामले में विहिप किसी तरह के आंदोलन की तैयारी में नहीं है। वह यह मामला समाज पर छोड़ेगी। विहिप के बाद संतों ने भी रामलीला के मंचन से छेड़छाड़ पर आपत्ति व्यक्त की है।

    दिल्ली संत समिति के महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास ने कहा कि सनातन संदेशों का वाहक रामलीला का मंचन गहरी आस्था के साथ देखा-सुना जाता है। ऐसे में उससे किसी ऐसी अभिनेत्री से जोड़ना ठीक नहीं है जिसकी छवि ठीक न हो। यह निर्णय हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है।

    उधर, अपने निर्णय पर अडिग अर्जुन कुमार ने पूनम पांडे से अभिनय के निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि वह रावण की पत्नी मंदोदरी का किरदार निभाएंगी, जो अपने पति रावण से संवाद में राम का ही संदेश देती हैं। दूसरे, अगर कोई अपने जीवन में सुधार लाना चाहता हैं तो उसे मौका दिया जाना चाहिए। वहीं, समिति के महासचिव सुभाष गोयल ने कहा कि पूनम पांडे से अभिनय का निर्णय उचित नहीं है। इस मामले में जल्द पुनर्विचार कर सही निर्णय लिया जाएगा।

    लालकिला रामलीला के लिए राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को आमंत्रण

    लालकिला मैदान में मंचित होने वाली श्रीधार्मिक लीला के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। पिछले वर्ष भी इस रामलीला में राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री आए थे और दशहरा में रावण पर सांकेतिक तीर चलाकर अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश दिया था।

    श्री धार्मिक लीला के अध्यक्ष धीरजधर गुप्ता ने बताया कि दोनों लोगों को आदर पूर्वक निमंत्रण देकर उन्हें दशहरा के अवसर पर रामलीला मंचन परिसर में आने लेकर आमंत्रित किया गया है।धीरजधर गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस रामलीला में पूर्व में चार बार आ चुके हैं। उम्मीद है कि इस वर्ष वह पांचवीं बार श्रीधार्मिक लीला में आएंगे।