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दो समलैंगिक दोस्त...पार्टी के बाद बनाए संबंध, मर्दानगी को दी चुनौती तो कर दी हत्या; ऐसे सुलझी खौफनाक मर्डर की गुत्थी

13 अप्रैल को हर्ष ने वीरेंद्र को वीडियो कॉल कर उसे अपने फ्लैट पर बीयर पार्टी के लिए बुलाया। था। पार्टी के बाद नशे में वीरेंद्र ने हर्ष के साथ शारीरिक संबंध बनाया। नशे में हर्ष द्वारा वीरेंद्र को उसकी मर्दानगी को चुनौती देने पर नाराज होकर उसने हर्ष की गला दबाकर हत्या कर दी था और वारदात के बाद दोस्त के साथ मौके से भाग गया था।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Published: Sun, 26 May 2024 06:27 PM (IST)Updated: Sun, 26 May 2024 06:27 PM (IST)
मालवीय नगर के खिड़की एक्सटेंशन में समलैंगिक दोस्त की हत्या की गुत्थी सुलझी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मालवीय नगर के खिड़की एक्सटेंशन में बीयर पार्टी के दौरान हर्ष नाम के युवक की गला घोंटकर हत्या करने वाले वीरेंद्र उर्फ मोटा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। हर्ष समलैंगिक था और वीरेंद्र भी समलैंगिक है। हर्ष दिल्ली-एनसीआर में चलने वाले समलैंगिक क्लबों का सदस्य था।

घटना वाली रात 13 अप्रैल को हर्ष ने वीरेंद्र को वीडियो कॉल कर उसे अपने फ्लैट पर बीयर पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। था। पार्टी के बाद नशे में वीरेंद्र ने हर्ष के साथ शारीरिक संबंध बनाया था। नशे में हर्ष द्वारा वीरेंद्र को उसकी मर्दानगी को चुनौती देने पर नाराज होकर उसने हर्ष की गला दबाकर हत्या कर दी था और वारदात के बाद दोस्त के साथ मौके से भाग गया था।

शख्स की गला घोंटकर हत्या

डीसीपी क्राइम ब्रांच राकेश पावरिया के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित वीरेंद्र, गन्नौर, हरियाणा का रहने वाला है। हर्ष पिछले दो साल से खिड़की एक्सटेंशन में किराए के फ्लैट में रह रहा था। 13 अप्रैल की सुबह खिड़की एक्सटेंशन के एक फ्लैट में हर्ष नाम के युवक का गला घोंटा हुआ शव मिला था। उसके रूममेट ने पुलिस को जानकारी दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि होने के बाद मालवीय नगर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में मामला दर्ज कर लिया था।

21 मई को वीरेंद्र पकड़ा गया

हर्ष भी गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा का रहने वाला था। जांच से पता था कि हर्ष दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कई समलैंगिक क्लबों का सदस्य था। जांच के बाद हत्यारों की पहचान कर पुलिस ने देहरादून, हरिद्वार, दिल्ली और गुरुग्राम में कई जगहों पर छापेमारी कर पुलिस ने मोहित को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन मुख्य आरोपित वीरेंद्र तब से फरार था। 21 मई को क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई अशोक दहिया को सूचना मिली कि वीरेंद्र अपने सहयोगी से मिलने शाम को गुरुग्राम के राजेंद्र नगर इलाके में आएगा।

एसीपी नरेश सोलंकी व इंस्पेक्टर सुशील कुमार के नेतृत्व में एएसआइ सोनू नैन, नरेंद्र मलिक, कुलदीप मान, हवलदार प्रमोद, सूर्य देव, योगेश तोमर और सिपाही रेनू की टीम ने वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। वीरेंद्र अपने चचेरे भाई मोहित उर्फ राहुल के साथ दिल्ली और गुरुग्राम क्षेत्र में रैपिडो के लिए काम कर रहा था। वीरेंद्र की हर्ष की मां से अवैध संबंध थे।

मां के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा

करीब दो साल पहले वीरेंद्र को हर्ष के एक दोस्त ने उसकी मां के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया था। जिसके बाद हर्ष, वीरेंद्र को मारने की साजिश रचने लगा था। लेकिन हर्ष को जब पता चला कि वीरेंद्र समलैंगिक है तब उसने वीरेंद्र को मारने का प्लान बदल लिया और दोनों में दोस्ती हो गई। 13 अप्रैल को हर्ष ने वीरेंद्र को वीडियो काल कर उसे अपने फ्लैट पर बीयर पार्टी में आमंत्रित किया। आरोपित मोहित उर्फ राहुल के साथ फ्लैट पर पहुंच गया। व

हां सभी ने पार्टी का आनंद लिया और वीरेंद्र ने हर्ष के साथ शारीरिक संबंध भी बनाया। नशे की हालत में हर्ष ने जब वीरेंद्र के मर्दानगी को चुनौती दी, तब वह नाराज हो गया। इसके बाद उसने हर्ष की गला दबाकर हत्या कर दी और अपराध स्थल से भाग गया।

कई समलैंगिक क्लबों का सदस्य था हर्ष

हर्ष एमबीए का छात्र था और नौकरी की तलाश में अपने दोस्त के साथ मालवीय नगर इलाके के एक फ्लैट में रहता था और दिल्ली-एनसीआर में कई समलैंगिक क्लबों का सदस्य था। आरोपित ने अपराध स्थल को आत्महत्या का रूप देने का भी प्रयास किया और हर्ष का मोबाइल फोन रोहिणी में फेंक दिया। हालांकि वह और उसका सहयोगी जांच टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गए थे।

वारदात के बाद आरोपित देहरादून, हरिद्वार और गुरुग्राम समेत एनसीआर इलाके में छिप गया। क्राइम ब्रांच की टीम उसका पीछा कर रही थी और उसके ठिकानों का पता लगा रही थी, लेकिन वह गिरफ्तारी से बचने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से बच रहा था। फरार रहने के दौरान वीरेंद्र अक्सर बिना टिकट ट्रेन से यात्रा करता था और गुरुद्वारों व भंडारों में खाना खाता था।

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