New Delhi railway station Stampede: पीएम मोदी ने जताया दुख, यात्रियों ने बताई आंखों देखी; विपक्ष ने दागे सवाल
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ अधिक होने से भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से 18 लोगों की मौत हो गई। आठ लोग घायल हुए हैं। रेलवे ने हादसे में किसी यात्री की मौत से इनकार करते हुए घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं इस घटना पर पीएम मोदी ने दुख जताया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ अधिक होने से भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से 18 लोगों की मौत हो गई। आठ लोग घायल हुए हैं। इनमें कुछ की हालत गंभीर है। रेलवे ने हादसे में किसी यात्री की मौत से इनकार करते हुए घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं, इस घटना पर पीएम मोदी ने दुख जताया है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट किया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारी उन सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं जो इस भगदड़ से प्रभावित हुए हैं।
अमित शाह ने भी दुख जताया
घटना पर अमित शाह ने भी दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के संबंध में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी व अन्य संबंधित अधिकारियों से बात की। दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात कर सभी को हर संभव सहायता पहुँचाने के निर्देश दिए। इस दुर्घटना में जान गँवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। घायलों को हर संभव उपचार दिया जा रहा है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।
स्थिति नियंत्रण में
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट किया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली पुलिस और आरपीएफ पहुंच गई है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। अचानक भीड़ को हटाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
ट्रेन को आना था 12 पर लेकिन बाद में बदला स्टेशन- प्रत्यक्षदर्शी
NDRF की एक टीम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंची है। एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने वाला कोई नहीं था... घोषणा की गई कि प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर आने वाली ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर आएगी। इसलिए दोनों तरफ से भीड़ आ गई और भगदड़ मच गई। कुछ लोगों को अस्पताल ले जाया गया।
कई बच्चे पैरों के नीचे कुचल गए
वहीं, बिहार के पटना के रहने वाले पप्पू कहते हैं कि भगदड़ में मेरी मां की मौत हो गई, हम अपने घर जा रहे थे। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि उसका भाई बिछड़ गया है। स्टेशन पर काफी भीड़ थी, कई बच्चे पैरों के नीचे दब गए, जो लोग ग्रुप में आए उनके ज्यादातर लोग बिछड़ गए हैं।
भीड़ प्रबंधन की अनदेखी से चली गई यात्रियों की जान
रेलवे प्रशासन की लापरवाही के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 लोगों की जान चली गई। रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ती गई, लेकिन इन्हें संभालने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। परिणाम स्वरूप प्लेटफार्म नंबर 14 व 15 पर भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई जिससे यात्रियों की जान चली गई। रेलवे प्रशासन देर रात तक मृतकों की संख्या छिपाने में लगा रहा।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर विश्व स्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने का दावा किया जाता है। भीड़ प्रबंधन को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। लेकिन, शनिवार रात को इस स्टेशन पर अव्यवस्था के कारण 15 यात्रियों की मौत हो गई। प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए पिछले कई दिनों से अधिक संख्या में यात्री पहुंच रहे थे। प्रतिदिन विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही है।
बड़ी संख्या में लोग बिना टिकट के भी प्लेटफार्म पर पहुंच गए- प्रत्यक्षदर्शी बोले
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जांच नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में लोग बिना टिकट के भी प्लेटफार्म पर पहुंच गए थे। इस कारण स्थिति अधिक खराब हो गई। फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) की सीढियों पर भी लोग खड़े थे। इससे स्थिति बिगड़ गई। रात लगभग साढ़े नौ बजे प्लेटफार्म नंबर 14 को जोड़ने वाली सीढ़ि से किसी के फिसलने से कई लोग गिर गए। इससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
दुर्घटना के बाद आरपीएफ के अतिरिक्त जवानों के साथ ही दिल्ली पुलिस के जवानों को स्टेशन पर तैनात किया गया। यदि शाम के समय से ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाते तो लोगों की जान नहीं जाती।
मृतकों व घायलों की संख्या जल्द से जल्द घोषित की जाए- खरगे
एक्स पर खरगे ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से कई लोगों की मृत्यु हो जाने का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। स्टेशन से आ रहे वीडियो बेहद हृदयविदारक है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई मौतों के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सच्चाई छिपाने की कोशिश बेहद शर्मनाक व निंदनीय है।
आगे कहा कि हमारी मांग है कि मृतकों व घायलों की संख्या जल्द से जल्द घोषित की जाए व गुमशुदा लोगों की पहचान भी सुनिश्चित की जाए। पीड़ितों के परिजनों को हमारी गहरी संवेदनाएं। घायलों को तत्काल इलाज हेतु स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
आतिशी ने कही ये बात
दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि आधिकारिक तौर पर 15 लोग मृत पाए गए हैं, उन्हें मृत स्थिति में ही लाया गया। यह बहुत दुखद घटना है। हमारे दो विधायक यहां हैं। मैंने अस्पताल प्रबंधन से कहा है कि अगर किसी पीड़ित परिवार को किसी तरह की मदद की ज़रूरत है तो वे हमारे विधायकों को बताएं। 4-5 मरीज़ों को जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी... 15 लोगों को LNJP अस्पताल में मृत लाया गया था, और इतनी ही संख्या में घायल भी यहां भर्ती हैं... दो शवों की पहचान होनी बाकी है।
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