प्रधानमंत्री मोदी ने दुखती रग को छू दिलों में बनाई जगह, सम्मान मिलने से सफाईकर्मियों में खुशी की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के सफाई कर्मचारियों के प्रति सम्मान व्यक्त किया जिससे उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने दिल्लीवासियों से सफाई कर्मचारियों को धन्यवाद कहने का आग्रह किया। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें पहली बार इतना सम्मान मिला है। पीएम ने एमसीडी के एक पुराने कानून को भी रद्द कर दिया जिसमें बिना कारण बताए अनुपस्थित रहने पर जेल का प्रावधान था।

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुखती रग को छू दिल्ली के हजारों सफाई कर्मचारियों के दिलों में जगह बना ली। उनके द्वारा दिल्ली वालों से रोज सुबह सफाई कर्मचारियों को थैंक्यू बोलने की अपील ने स्वच्छता प्रहरियों को अभिभूत कर दिया। गर्वांवित होकर वह बोले, ऐसे पहले पीएम हैं, जिन्होंने उन्हें वह मान-सम्मान दिया जिसके वह हकदार हैं।
बाकि, तो संविधान व अंबेडकर की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले बहुत हैं, लेकिन किसी ने उन्हें बराबरी का हक नहीं दिया। सफाई कर्मचारियों की यह बातें तब है, जब पीएम के कार्यक्रम में सफाई कर्मचारियों को ले जाने कोे लेकर विपक्षी दलों ने राजनीतिक मुद्दा बनाया तथा भाजपा की आलोचना की है।
पीएम ने अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 तथा द्वारका एक्सप्रेस-वे के दिल्ली भाग के उद्घाटन अवसर पर पीएम ने खास तौर पर एमसीडी के एक कानून का जिक्र किया है, जिसमें बिना कारण बताए सफाई कर्मचारी अगर काम पर नहीं आता है तो उसे एक माह की जेल में डाला जा सकता था। मोदी ने आगे बताया कि, इस गलत कानून को उनकी सरकार ने खत्म कर दिया है।
दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोट कहते हैं कि उन्हें याद नहीं आता कि किसी और प्रधानमंत्री या देश के किसी शीर्ष व्यक्ति ने उनके समुदाय के लाेगाें को इतना सम्मान दिया हो। बराबरी से सिर पर हाथ फेरा हो। सुख दुख की न सिर्फ चिंता की हो बल्कि लोगों को सफाई योद्धा का महत्व बतलाया हो।
ऊपर से काला कानून जिसमें जेल तक में भेजने का प्रविधान था, उसे हटाया। इससे समूचा सफाई कर्मचारी समाज गर्वांवित है। वह आगे याद कर कहते हैं कि बाकि सरकारों के मुकाबले देखें तो सफाई कर्मचारियों का भला भाजपा की सरकारों में हुआ। सर्वाधिक नियमित उन्हीं के कार्यकाल में हुए।
एमसीडी पर्यावरण सहायक यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद मेहरौलिया उन दावों को गलत ठहराते हुए बताते हैं कि सभी कर्मचारी अपनी मर्जी से गए और वहां उनका जैसा स्वागत हुआ, उससे कई कर्मचारियों की आंखों में आंसू आ गए। वह खुद उन लोगों में शामिल थे।
पहली बार है, जब उन लोगों जैसे गरीब तबके को पीएम जैसे पद से प्राथमिकता मिली है। सफाई कर्मचारियों के पीएम के प्रोग्राम में जाने के सवाल पर वह कहते हैं कि वह लोग क्यों न जाए, नरेन्द्र मोदी उनके भी पीएम हैं।
अखिल भारतीय श्रमिक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संत लाल चावड़ियां कहते हैं कि इंदिरा गांधी भी उन लोगों से स्नेह रखती थी, उसके बाद मोदी दूसरे पीएम हैं। साथ ही वह सर्तक होकर कहते हैं कि बात करने से नहीं होता है। जमीन पर काम दिखना भी चाहिए। आज सफाई कर्मचारी बेहतर स्थिति में नहीं है। जरूरी है कि उस स्तर पर भी काम हो।
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