DigiYatra App: डिजियात्रा एप में दिक्कत से यात्री परेशान, IGI Airport पर सुरक्षा जांच के लिए लग रही लंबी कतार
DigiYatra App कुछ यात्रियों ने जहां इस प्रक्रिया में दो घंटे लगने की बात कही है तो कुछ यात्रियों ने इसे आधा घंटा बताया। यात्री विश्वजीत सिंह ने ट्वीट किया है कि सुरक्षा कतार में दो घंटे खड़े होने के बाद कई यात्रियों का विमान छूट रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Indira Gandhi International Airport) के टर्मिनल-3 पर 15 अगस्त से शुरू डिजियात्रा एप (DigiYatra App) के इस्तेमाल में घरेलू यात्रियों को दिक्कत आ रही है। वे अब इन परेशानियों को एयरपोर्ट संचालन एजेंसी डायल के ट्विटर हैंडल पर साझा कर रहे हैं। डायल की तरफ से यात्रियों को डायरेक्ट मैसेज करने की बात कही जा रही है।
बारकोड स्कैनर नहीं कर रहा काम
यात्री योगेश काबरा ने ट्वीट करते हुए कहा कि बारकोड स्कैनर काम नहीं कर रहा है। कुछ यात्रियों की शिकायत है कि एप डाउनलोड करने के बाद भी उनके पास ओटीपी नहीं आ रहा है। डायल सूत्रों का कहना है कि यात्रियों की शिकायतों पर एप से जुड़ी दिक्कतों से तकनीकी टीम को अवगत कराया जा रहा है। यह शुरुआती चरण है, जल्द ही सभी दिक्कतें दूर हो जाएंगी। यदि कोई बड़ी दिक्कत सामने आएगी तो संबंधित एजेंसी को इसमें सुधार करना होगा।
अभी यात्रियों में एप को लेकर जागरूकता की कमी
डायल सूत्रों का यह भी दावा है कि अभी तक जितने भी यात्रियों ने इस सुविधा का इस्तेमाल किया है, उनमें से अधिकांश ने संतुष्टि जाहिर की है। हालांकि, यह पूछने पर कितने यात्रियों ने इस सुविधा का इस्तेमाल किया, अधिकारी ने चुप्पी साध ली। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि अभी यात्रियों में इस एप को लेकर अधिक जागरूकता नहीं देखी जा रही है।
सुरक्षा जांच के लिए लग रही लंबी कतार
इन दिनों टर्मिनल-3 पर सुरक्षा जांच को लेकर लगने वाली लंबी कतार पर यात्री ट्विटर पर खुलकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं। एक अन्य यात्री ने लिखा है कि बोर्डिग में काफी परेशानी हो रही है। स्टाफ का व्यवहार भी सही नहीं है।
अमेरिका भेजने के नाम पर ठगी में एजेंट धरा
आइजीआइ थाना पुलिस ने अमेरिका भेजने के नाम पर यात्रियों से ठगी करने के गिरोह से जुड़े विशाल नामक आरोपित को गिरफ्तार किया है। हाल ही में एयरपोर्ट पर पकड़े गए चार यात्रियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस विशाल तक पहुंच गई। पुलिस अब विशाल के अन्य साथियों की तलाश में है।
एयरपोर्ट जिला पुलिस उपायुक्त तनु शर्मा ने बताया कि जिन चार आरोपितों को पकड़ा गया थ। पूछताछ में पता चला कि वे अमेरिका जाना चाहते थे और विशाल ने ही यात्र से जुड़े फर्जी कागजात उपलब्ध कराए थे। सभी को अहमदाबाद से दुबई, दुबई से ईरान और फिर ईरान से तुर्किये जाना था। फिर वहां से इन्हें अलग-अलग रास्तों से अमेरिका भेजा जाना था। लेकिन आरोपितों की योजना तुर्किये में धरी रही गई।
वहां एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने फर्जी कागजात के आधार पर इन्हें भारत डिपोर्ट कर दिया। चारों से पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि विशाल अहमदाबाद का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस टीम दिल्ली से अहमदाबाद भेजी गई, जहां विशाल को दबोच लिया गया। विशाल ने पुलिस को बताया कि वह अहमदाबाद में टिकट एजेंट का काम करता था। उसने एक दुकान भी खोली थी।
यहां आने वाले ग्राहकों के लिए यह वीजा का भी इंतजाम करने लगा। खासकर थाइलैंड, मलेशिया व सिंगापुर जाने के इच्छुक लोग इसके संपर्क में आने लगे। इस दौरान दुबई में रहने वाला रुपेश नामक एजेंट के संपर्क में विशाल आया। रुपेश लोगों को अवैध रूप से अमेरिका भेजने का काम करता था। विशाल अमेरिका जाने के इच्छुक लोगों को पहले रुपेश के पास दुबई भेजता था और फिर दुबई से रुपेश उन्हें आगे भेजता था।