दिल्ली स्टेडियम में आवारा कुत्तों का आतंक, विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप को लेकर MCD ने की कार्रवाई
विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आवारा कुत्तों की मौजूदगी से चिंता हुई। दो कोचों को कुत्तों ने काटा जिसके बाद एमसीडी ने कार्रवाई की। विशेष अभियान चलाकर लगभग 50 कुत्तों को पकड़ा गया जिससे स्टेडियम सुरक्षित हुआ। अंतिम दिन प्रतियोगिताएं बिना किसी व्यवधान के संपन्न हुईं और भविष्य में सुरक्षा उपाय बढ़ाने की उम्मीद है।

लोकेश शर्मा, नई दिल्ली। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आवारा कुत्तों की मौजूदगी ने आयोजकों और एथलीटों के बीच चिंता पैदा कर दी। दो विदेशी कोचों को कुत्तों द्वारा काटे जाने के बाद यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया। जब स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे, तो दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) तुरंत हरकत में आया।
अगले ही दिन, एथलीटों ने अभ्यास सत्र के दौरान ट्रैक पर पांच-छह कुत्तों को खुलेआम घूमते देखा। इससे एथलीटों में भय और असुरक्षा की भावना पैदा हो गई। आयोजकों ने तुरंत दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) से हस्तक्षेप करने की मांग की। इसके बाद, निगम ने स्टेडियम परिसर से आवारा कुत्तों को हटाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया।
शनिवार तक, एमसीडी की टीम ने लगभग 27 कुत्तों को पकड़ लिया था, लेकिन कई अभी भी स्टेडियम में थे। अंततः, रविवार को, एमसीडी की दो वैन और लगभग 20-22 कर्मियों की एक टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर पूरे परिसर को कुत्तों से मुक्त कर दिया। पकड़े गए सभी कुत्तों को नगर निगम के आश्रय गृह में भेज दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, स्टेडियम परिसर में कुल 50 से 52 कुत्ते मौजूद थे। निगम अधिकारियों ने बताया कि स्टेडियम अब पूरी तरह सुरक्षित है और किसी भी तरह के खतरे से मुक्त है। चैंपियनशिप के अंतिम दिन प्रतियोगिताएँ बिना किसी व्यवधान के संपन्न हुईं, जिससे खिलाड़ियों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
चैंपियनशिप के दौरान कुत्तों से जुड़ी घटनाओं ने दिल्ली की छवि को प्रभावित किया था। हालाँकि, अंतिम दिन तक, निगम और आयोजन समिति के प्रयासों से स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ गई थी। अब उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के दौरान और भी कड़े सुरक्षा और स्वच्छता उपाय लागू किए जाएँगे ताकि देश की छवि धूमिल न हो।
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