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Oxygen Crisis in Delhi LIVE Update पूर्वी दिल्ली के कृष्णानगर इलाके में स्थित गोयल अस्पताल यूरो सेंटर में ऑक्सीजन का सकंट बना हुआ है। अस्पताल प्रशासन ने अधिकारियों और सरकार को इस बाबत अवगत कराया है। अस्पताल प्रशासन पिछले 36 घंटे से ऑक्सीजन संकट से जूझ रहा है।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। स्थानीय प्रशासन और यूपी, हरियाणा और दिल्ली की सरकारें लाख दावे करें, लेकिन एनसीआर के शहरों में ऑक्सीजन संकट बरकरार है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Union Health Minister Dr Harsh Vardhan) ने बृहस्पतिवार सुबह लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से मुलाकात हालात और सुविधाओं का भी जायजा लिया।
वहीं, ऑक्सीजन संकट का ताजा मामला दिल्ली का है। जानकारी सामने आई है कि पूर्वी दिल्ली के कृष्णानगर इलाके में स्थित गोयल अस्पताल यूरो सेंटर में ऑक्सीजन का सकंट बना हुआ है। अस्पताल प्रशासन ने अधिकारियों और सरकार को इस बाबत अवगत कराया है। कहा जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन पिछले 36 घंटे से ऑक्सीजन संकट से जूझ रहा है। हालात में सुधार नहीं हुआ तो यहां पर भर्ती 70 कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की जान पर खतरे में पड़ सकती है।
अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत कम होती नहीं दिख रही है। कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल पहुंचते है तो अस्पताल बेड नहीं होने की बात कहकर भर्ती करने से इन्कार कर देते हैं, वहीं घर पर इलाज के लिए ऑक्सीजन नहीं मिलने से भी लोग परेशान हैं। अस्पतालों और ऑक्सीजन रिफिलिंग केंद्रों पर लगी भीड़ की वजह से भी संक्रमण बढ़ रहा है। बाजार में ऑक्सीजन व इसके सिलेंडर की कालाबाजारी चरम पर है। कुछ लोगों के पास सिलेंडर है तो वे उसे भरवाने के लिए भटक रहे हैं तो ज्यादातर लोग सिलेंडर के इंतजाम में जुटे हैं।
दिल्ली में जहां भी लोगों को ऑक्सीजन भरे जाने की जानकारी मिलती है वहां एनसीआर के शहरों से भी बड़ी संख्या में लोग सिलेंडर भरवाने आ जाते हैं। सिलेंडर जमा कर रहे हैं लोगलोग अपने घरों में आक्सीजन सिलेंडर एडवांस में ही लेकर रख रहे हैं। उन्हें लगता है कि इस दौरान अगर उनकी या घर में किसी सदस्य की संक्रमण या किसी अन्य कारण से तबीयत बिगड़ी तो यह सिलेंडर उनके काम आएगा। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि यह गलत है। वैसे भी घर पर ऑक्सीजन स्टोर करके रखने से कोई फायदा नहीं है, बल्कि इसकी वजह से जरूरतमंदों को ऑक्सीजन मिलने में परेशानी हो रही है।
वहीं, ऑक्सीजन के नाम पर मदद करने के लिए आजकल इंटरनेट मीडिया में खूब मैसेज वायरल हो रहे हैं, लेकिन इन पर काल करने पर एक भी नंबर नहीं लगता है। भोगल जंगपुरा में आक्सीजन का सिलेंडर भरवाने आए अमित ने बताया कि उन्होंने ऐसे कई नंबरों पर काल किया, लेकिन सब नंबर बंद थे।