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    Delhi Fraud: कुबेर ग्रुप के दिवंगत मालिक की उनके ही भतीजे ने बनाई फर्जी वसीयत, 500 करोड़ की संपत्ति पर थी नजर

    By Dhananjai MishraEdited By: Abhi Malviya
    Updated: Fri, 17 Mar 2023 08:31 PM (IST)

    नान बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी कुबेर ग्रुप के दिवंगत मालिक की फर्जी वसीयत बनाकर उनके भतीजे ने 500 करोड़ रुपये की संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश रच डाली। काेर्ट से मिले समन के बाद मालिक की पत्नी को इसकी जानकारी हुई।

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    फर्जी वसीयत बनाकर उनके भतीजे ने 500 करोड़ रुपये की संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश रच डाली

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नान बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी कुबेर ग्रुप के दिवंगत मालिक की फर्जी वसीयत बनाकर उनके भतीजे ने 500 करोड़ रुपये की संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश रच डाली। काेर्ट से मिले समन के बाद मालिक की पत्नी को इसकी जानकारी हुई। इसके बाद वर्ष 2019 में उन्हाेंनें दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराधा शाखा (ईओडब्ल्यू) में एफआइआर दर्ज कराई। करीब चार वर्ष बाद इस मामले में पुलिस ने आरोपित अमित शर्मा को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित दिवंगत मालिक का भतीजा है।

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    डीसीपी विक्रम पोरवाल ने बताया कि रोविना शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें गाजियाबाद के सिविल कोर्ट से एक समन मिला। ये 2018 में दायर सिविल सूट अमित कुमार शर्मा बनाम रोविना शर्मा और अन्य केस के तहत जारी किया गया था। शिकायतकर्ता के वकील सिविल कोर्ट में पेश हुए, जिन्हें कोर्ट से सिविल सूट की प्रमाणित कापी हासिल की। इनकी गहनता से जांच की तो कुबेर ग्रुप के मालिक उनके पति पीके शर्मा के हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान जाली थे।

    अमित शर्मा का दावा था कि रोविना के पति ने अपनी 75 प्रतिशत संपत्ति उसके नाम की है। पीड़िता ने बताया कि अमित मृतक पीके शर्मा का भतीजा है। इसी ने कुबेर ग्रुप की सभी प्रापर्टी को हड़पने के लिए फर्जीवाड़ा कर जाली वसीयत तैयार की। शुरुआती जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने 16 अगस्त 2019 को केस दर्ज कर लिया। फरेंसिक एक्सपर्ट ने जांच में पीके शर्मा के वसीयत में बताए जा रहे हस्ताक्षर फर्जी पाए गए।

    गवाह बने नरेश कुमार और केशर नूर से पूछताछ की गई। इनसे पता चला कि उक्त हस्ताक्षर 2018 में कराए गए थे और उस समय पीके शर्मा उनके सामने नहीं थे। रिकार्ड के मुताबिक, उनकी मौत 2017 मे हो चुकी थी। इसके बाद एसीपी हरी सिंह के नेतृत्व में एसआइ सुनील, एएसआई सतबीर समेत अन्य की टीम का गठन किया गया। टेक्निकल सर्विलासं की मदद से आरोपित को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित अमित शर्मा कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड हासिल की गई है। फिलहाल पुलिस मामले में शामिल अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी जुटा रही है।