Sagar Dhankar Murder Case: बढ़ते कद के चलते जूनियर पहलवान सागर धनखड़ से जलन रखने लगा था ओलंपियन सुशील कुमार
बाहरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के बीच सागर धनखड़ के बढ़ते कद की वजह से सुशील कुमार सागर धनखड़ से रंजिश रखने लगा था। इसी बीच फ्लैट को लेकर हुए विवाद में जब सागर ने सुशील व अजय को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। जूनियर पहलवान सागर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कई बड़े खुलासे हुए हैं। बाहरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के बीच सागर धनखड़ के बढ़ते कद की वजह से सुशील कुमार सागर धनखड़ से रंजिश रखने लगा था। इसी बीच फ्लैट को लेकर हुए विवाद में जब सागर ने सुशील व अजय को अंजाम भुगतने की धमकी दी तो दोनों आपा खो बैठे और उन्होंने सागर की हत्या की साजिश रच डाली। यह बात क्राइम ब्रांच द्वारा दायर किए गए आरोप पत्र में कही गई है।
आरोप पत्र के मुताबिक सागर हत्याकांड को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। इसके लिए चार मई को सुशील ने अपने साथियों को बुलाया था। इसमें पहलवानों के साथ ही गैंगस्टर भी शामिल थे। आरोप पत्र में कहा गया है कि सुशील ने माडल टाउन दो स्थित जिस विवादित प्रापर्टी को पत्नी सावी के नाम 90 लाख में खरीदा था। उसे सुशील ने काला जठेड़ी के भांजे सोनू महाल व सागर धनखड़ को 40 हजार रुपये मासिक किराए पर दिया था। दोनों की दबंग छवि को देखते हुए सुशील ने ऐसा किया था। दोनों शराब का ठेका चलाते थे और छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानी करते थे। कुछ समय तक ये किराया देते रहे बाद में किराया देना बंद कर प्रापर्टी में हिस्सा मांगने लगे थे। घटना से पहले सुशील का साथी अय सहरावत किराया मांगने पहुंचा तो दोनों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। इसे सुशील बर्दाश्त नहीं कर सका और सुशील व अजय ने मिलकर हत्याकांड की साजिश रच डाली।
दरअसल, सुशील व उसके ससुर का छत्रसाल स्टेडियम में वर्चस्व था। सागर और सोनू के कारनामे से सुशील को ऐसा लगने लगा था कि उक्त दोनों को सबक नहीं सिखाने पर उसका वर्चस्व खत्म हो जाएगा। स्टेडियम के प्रशिक्षु पहलवान उसका सम्मान करना बंद कर देंगे। सुशील को यह संदेह होने लगा था कि उसके अधीन प्रशिक्षण लेने वाले पहलवान सागर और सोनू को उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। कहीं वे उसे नुकसान न पहुंचा दें क्योंकि सोनू की आपराधिक पृष्ठभूमि थी।
वारदात के बाद हरिद्वार के आश्रम में छिपा था सुशील
घटना के अगले दिन सुशील मोबाइल बंद कर दिल्ली से भागकर हरिद्वार चला गया था, जहां एक योग गुरु ने उसे आश्रम में शरण दी थी। आरोप पत्र में पुलिस ने काल डिटेल रिकार्ड का ब्योरा भी दिया है, जिससे स्पष्ट है कि सुशील हरिद्वार में छिपा रहा था।