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    Delhi News: दिल्ली में अगले माह से पुरानी कारों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलना होगा आसान, पढ़िए नियम व शर्तें

    By V K ShuklaEdited By: Pradeep Kumar Chauhan
    Updated: Sat, 24 Sep 2022 06:04 AM (IST)

    Delhi Transport Department पेट्रोल-डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलने के कई फायदे हैं।सबसे बड़ी बात यह है कि कार को चलाने के लिए तेल की जरूरत नहीं पड़ती है। इलेक्ट्रिक कार की मेंटेनेंस भी काफी कम है।ये कार वातारवरण के अनुकूल होती हैं और प्रदूषण से राहत देती है।

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    Delhi Transport Department: इसमें एजेंसी और वाहनों की रेट्रोफिटिंग करने वाली कंपनियों का ब्यौरा होगा।

    नई दिल्ली [वी .के .शुक्ला]। Delhi Transport Department: उम्र पूरी कर चुके डीजल व पेट्रोल वाहनों को अब अगले माह से इलेक्ट्रिक में बदलना आसान होगा। इस व्यवस्था को पारदर्शी और जनता के लिए सुलभ बनाने के लिए दिल्ली परिवहन विभाग पूरी प्रक्रिया को जल्द ही एक पोर्टल पर लाने जा रहा है।यह पोर्टल अक्टूबर के अंत तक शुरू हो जाएगा।जिस पर ईंधन रूपांतरण के लिए आवेदन करने से लेकर सभी तरह की जानकारी उपलब्ध होगी।

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    वाहनों की रेट्रोफिटिंग की लागत, डीलरों और किट के लिए आवेदन करने के तरीके के बारे में विवरण मिल सकेगा। पेट्रोल-डीजल कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलने के कई फायदे हैं।सबसे बड़ी बात यह है कि कार को चलाने के लिए तेल की जरूरत नहीं पड़ती है। इलेक्ट्रिक कार की मेंटेनेंस भी काफी कम है।ये कार वातारवरण के अनुकूल होती हैं और प्रदूषण से राहत देती है।

    इलेक्ट्रिक कार काफी हल्की होती है। इसलिए इन्हें कंट्रोल करना भी आसान है।आगामी सालों में इलेक्ट्रिक वाहन की मांग में तेजी आने की उम्मीद है।दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने इन पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों को इलेक्ट्रिक किट से ई-वाहनों में बदलने वाले केंद्रों के लिए 11 निर्माताओं को सूचीबद्ध किया गया है।परिवहन विभाग द्वारा पैनल में शामिल किए गए रेट्रोफिटर्स को इंटरनेशनल सेंटर फार आटोमोटिव टेक्नोलाजी (आइसीएटी) द्वारा अनुमोदित किया गया है।

    आटोमोबाइल विशेषज्ञों ने कहा है कि पुरानी डीजल और पेट्रोल कारों व चार पहिया वाहनों की रेट्रोफिटिंग में बैटरी क्षमता और रेंज के आधार पर तीन से पांच लाख रुपये तक का खर्च आने का अनुमान है।परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक जनवरी से अब तक 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों का पंजीकरण निरस्त किया गया है।पुराने डीजल, पेट्रोल या सीएनजी वाहनों को इलेक्ट्रिक में बदलकर आप लाखों रुपये की बचत भी कर सकते हैं।

    वाहनों के लिए रेट्रोफिटमेंट की सुविधा से हजारों वाहन मालिकों को नई इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने के बजाय पुराने वाहनों को कबाड़ होने से बचाया जा सकता है।करीब 40 प्रतिशत खर्च में पुराने वाहनों को ई-वाहन में तब्दील कर फर्राटा भर सकते हैं।रेट्रोफिटमेंट की प्रक्रिया के शुरुआती दौर में होने से लोग फिलहाल इस मद में खर्च करने से थोड़ा गुरेज कर रहे हैं।दिल्ली को ईवी राजधानी बनाने की दिशा में सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को रेट्रोफिटिंग से नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।

    दिल्ली सरकार ने 2020 में नई ईवी नीति लांच की थी।इसके तहत इलेक्ट्रिक वाहनों को वित्तीय प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।इसके तहत इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन, आटो, टैक्सी, कैब, ई रिक्शा सहित निजी वाहनों को भी नई रफ्तार मिल सके। दिल्ली में ई वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी के बाद कुल वाहनों में नौ प्रतिशत से अधिक ई वाहनों की हिस्सेदारी है।

    परिवहन विभाग की ओर से नए सिरे से वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने के लिए अलग पोर्टल की शुरुआत होने जा रही है।इसमें एजेंसी और वाहनों की रेट्रोफिटिंग करने वाली कंपनियों का ब्यौरा होगा। इससे पुराने वाहनों को नए ई वाहन में बदलने में सहूलियत होगी।