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    Nuh Violence Updates: नूंह हिंसा में कप्तान वरुण सिंगला पर गिरी गाज, तबादला कर भेजे गए भिवानी

    By Jagran NewsEdited By: Nitin Yadav
    Updated: Fri, 04 Aug 2023 08:54 AM (IST)

    नूंह में हुई हिंसा में अब अधिकारियों एक्शन शुरू हो गया है। नूंह के एसपी वरुण सिंगला का तबादला कर उन्हें भिवानी का एसपी नियुक्त किया गया है। उनकी जगह अब आईपीएस नरेंद्र नए एसपी होंगे। हिंसा वाले दिन 31 जुलाई को नूंह के एसपी वरुण सिंगला छुट्टी पर थे। हिंसा के बाद प्रशासन ने रात को ही भिवाना के एसपी नरेंद्र को अतिरिक्त प्रभार दे दिया था।

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    Nuh Violence Updates: नूंह हिंसा में एसपी वरुण सिंगला पर गिरी गाज, तबादला कर भेजे गए भिवानी।

    नूंह/मेवात, जागरण संवाददाता। नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा में अब अधिकारियों एक्शन शुरू हो गया है। नूंह के एसपी वरुण सिंगला का तबादला कर उन्हें भिवानी का कप्तान नियुक्त किया गया है। उनकी जगह अब आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया जिले के नए SP होंगे।

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    हिंसा वाले दिन 31 जुलाई को नूंह के एसपी वरुण सिंगला छुट्टी पर थे। हिंसा के बाद प्रशासन ने रात को ही भिवाना के एसपी नरेंद्र को नूंह का अतिरिक्त प्रभार दे दिया था। 

    वहीं, वरुण सिंगला ने अवकाश से आते ही बुधवार को जिम्मेदारी संभाली थी, लेकिन गुरुवार देर रात उनका ट्रांसफर भिवानी के नए एसपी के रूप में कर दिया, जबकि नूंह की जिम्मेदारी नरेंद्र बिजारणिया को दी है। आपको बता दें कि नूंह में हिंसा के वक्त से ही एसपी रैंक के आठ अधिकारी तीन दिन से तैनात हैं।

    नरेंद्र ने ट्रेनिंग के आखिरी दिन किया था गैंगस्टर का एनकाउंटर

    जानकारी के अनुसार, आईपीएस अधिकारी नरेंद्र बिजाणिनिया ने ट्रेनी आइपीएस नरेंद्र को फरवरी 2017 में हरियाणा के सिरसा जिला में भेजा गया था। यहां उन्हें थाना डिंग का कार्यभार सौंपा गया था।उन्हें सूचना मिली थी कि गांव शेरपुरा में सुरेंद्र नाम के शख्स के घर कुख्यात आनंदपाल के भाई छिपे हैं।

    उन्होंने सूचना एसएसपी को दी। एसएसपी ने राजस्थान पुलिस को सूचना देकर नरेंद्र के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था। पुलिस फोर्स ने घर की घेराबंदी कर आनंदपाल के भाई विक्की और देवेंद्र को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने आनंदपाल के चुरू जिले के मालासर में छुपे होने की जानकारी दी थी।

    इसके बाद  नरेंद्र अपनी टीम के साथ राजस्थान के स्पेशल ऑपरेशनल ग्रुप के साथ मिले और आनंदपाल की घेराबंदी की पुलिस फोर्स से खुद को घिरा देख गैंगस्टर आनंदपाल ने लगभग 100 राउंड फायर किए, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आनंदपाल को मार गिराया था। नूंह में पहले भी वह तैनात रह चुके हैं। उनके कार्यकाल के समय से ही नूंह में गोतस्करों पर लगाम कसी जाने लगी थी।