अब लाइट एंड साउंड शो में दिखेगी लालकिले की राष्ट्रीय पहचान
लालकिले का लाइट एंड साउंड शो जल्द नए अवतार में वापस आ रहा है। अब इसकी स्क्रिप्ट बदली गई है। पहले यह कार्यक्रम मुगल इतिहास पर केंद्रित थाअब यह राष्ट्रवाद को समर्पित होगा।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। लालकिले का लाइट एंड साउंड शो जल्द नए अवतार में वापस आ रहा है। अब इसकी स्क्रिप्ट बदली गई है। पहले यह कार्यक्रम मुगल इतिहास पर केंद्रित था,अब यह राष्ट्रवाद को समर्पित होगा। इसमें लालकिले से जुड़ीं चीजें बताई जाएंगी। नए शो की स्क्रिप्ट इतिहासकार कपिल कुमार ने तैयार की है। कुमार ने बताया कि नई स्क्रिप्ट का पूरा जोर इस पर है कि लालकिला आखिर भारत की पहचान या राष्ट्रीय स्मारक कैसे बना? इस कार्यक्रम की तकनीक बदली गई है। जिसमें चित्र भी दिखेंगे। लाइट एंड साउंड शो हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होगा।
इसका समय करीब एक घंटे का होगा। जनवरी में इसे शुरू कर दिया जाएगा। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराए जाने की योजना है।कपिल कुमार कहते हैं कि यह आयोजन राष्ट्रवाद को समर्पित होगा। किस तरह आजादी के लिए कुर्बानियां दी गईं यह भी इस आयोजन को हिस्सा होगा। पहले वाला कार्यक्रम मुगल इतिहास केंद्रित था। वह गलत नहीं था, लेकिन आजकल बच्चे पूछते हैं कि प्रधानमंत्री लालकिले से ही क्यों झंडा फहराते हैं। नए शो में शाहजहां के वक्त की बातें हैं और उनके बाद की भी।
कपिल कुमार का कहना है कि नए शो में बताया जाएगा कि लालकिला कब और कैसे बना। इसकी वास्तुकला और इसके सांस्कृतिक पहलू पर भी चर्चा होगी। लोगों की रुचि बनाए रखने के लिए यह कहानी भी बताई जाएगी कि कैसे बेशकीमती कोहिनूर हीरा नादिर शाह ले गया। यह दर्शाया जाएगा कि नादिर शाह ने बादशाह मोहम्मद शाह रंगीला को पगड़ी बदलने के लिए मजबूर किया था, उसमें वह हीरा लगा हुआ था। ब्रिटिश आक्रमण की चर्चा भी होगी।