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अब 24 घंटे नहीं मात्र 40 मिनट में लें RT-PCR रिपोर्ट, जानें नई विकसित तकनीक के बारे में सबकुछ

राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग जांच तो करा रहे हैं लेकिन आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन की देरी से प्राप्त हो रही है। दिल्ली विश्वविद्यालय के विज्ञानियों ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने में सफलता प्राप्त की है

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 10:24 AM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 10:24 AM (IST)
अब 24 घंटे नहीं मात्र 40 मिनट में लें RT-PCR रिपोर्ट, जानें नई विकसित तकनीक के बारे में सबकुछ
दिल्ली विश्वविद्यालय के विज्ञानियों ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने में सफलता प्राप्त की है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग जांच तो करा रहे हैं, लेकिन आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन की देरी से प्राप्त हो रही है। दिल्ली विश्वविद्यालय के विज्ञानियों ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने में सफलता प्राप्त की है, जिसकी मदद से 40 मिनट में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट मिल सकेगी। डीयू ने तकनीक खुद विकसित की है, जो एक कंपनी से अनुबंध के बाद प्राप्त मशीन के साथ और बेहतर तरीके से काम करेगी।

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एक साथ छह सैंपल की जांचडीयू के डा. अंबेडकर सेंटर फार बायोमेडिकल रिसर्च की निदेशिका प्रो. दमन सलूजा ने बताया कि यह मशीन आरटीपीसीआर (रियल टाइम रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरस चेन रिएक्शन) रिपोर्ट 40 मिनट में देगी। डीयू ने प्रयोगशालाओं में एक प्रोटोटाइप तैयार करने में सफलता हासिल कर ली है। इस मशीन की खासियत है कि यह वजन में बहुत हल्की है। इसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकेगा। एक बार चार्ज करने पर यह मशीन 10 घंटे लगातार काम करेगी। दिल्ली समेत देश के विभिन्न इलाकों में जब जांच के लिए लंबी लाइन लग रही हो, ऐसे में यह मशीन काफी कारगर साबित होगी।

क्योंकि यह तय समय में तो रिपोर्ट देगी ही एक साथ छह सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त होगी। इस मशीन में कई कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। बकौल दमन सलूजा पूरी प्रक्रिया बहुत आसान है। पहले स्वैब से आरएनए निकाला जाएगा। इसे मशीन में लगी चिप पर डाला जाएगा। यहां कुल छह सैंपल के लिए अलग-अलग जगह बनाई गई है।

चिप पर एक छोटा साफ्टवेयर लगाया गया है, जो सैंपल से आंकड़ों को पढ़ेगा एवं फिर एक अन्य मशीन के जरिये रिपोर्ट प्रदान करेगा। यह मशीन दरअसल एक आरटीपीसीआर जांच मशीन की तरह ही कार्य करेगी। यह मशीन चार डिग्री सेल्सियस तापमान में भी सुचारु रूप से कार्य करेगी। इससे आरटीपीसीआर जांच के लिए बड़ी मशीनों, फ्रीजर पर निर्भरता भी खत्म होगी। यह एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, आफिसों के लिए काफी उपयुक्त रहेगी।


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