माया-अखिलेश के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने भी उठाए EVM पर सवाल
बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती और अखिलेश यादव की ओर से ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप के बाद अब कांग्रेस पार्टी भी इसमें कूद पड़ी है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश विधानसभा 2017 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बंपर जीत के बाद विपक्षी पार्टियों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर सवाल उठाते हुए घेरेबंदी तेज कर दी है। उत्तर प्रदेश चुनाव नतीजों के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती और अखिलेश यादव की ओर से ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप के बाद अब कांग्रेस पार्टी भी इसमें कूद पड़ी है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने भी ट्वीट करके कहा है कि आगामी महीने अप्रैल महीने में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की बजाय बैलेट पेपर के जरिए कराया जाए।
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दिल्ली में जल्द ही एमसीडी चुनाव होने वाले हैं ऐसे में कांग्रेस नेता अजय माकन ने ट्वीट कर कहा कि कई लोग ईवीएम से होने वाले चुनाव पर सवाल उठा रहे हैं ऐसे में अरविंद केजरीवाल से अपील है कि वो निष्पक्ष और निर्विवाद चुनाव के लिए बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराएं।
Many are doubting EVMs-
Not prejudiced-nor casting aspersions on results;
I want @ArvindKejriwal to hold MCD elections through BallotPapers— Ajay Maken (@ajaymaken) March 13, 2017
पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम भी उठा चुके हैं सवाल
यूपी में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मुस्लिम और पिछड़ों को अलग रखकर आर्थिक तरक्की कैसे की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यूपी चुनाव में जीत 403 सीटों वाले प्रदेश में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं देकर जीत हासिल की, जहां 19.3 फीसदी मुस्लिम आबादी है। ऐसे में 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे का एक नया और भयावह अर्थ निकलता दिख रहा है।
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