देश छोड़ने की फिराक में था दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी, क्राइम ब्रांच की टीम ने IGI एयरपोर्ट से दबोचा
नौ फरवरी को नजफगढ़ के एक सैलून में हुई दोहरी हत्या के मुख्य आरोपी हर्ष उर्फ चिंटू को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। वह खूंखार गैंगस्टर योगेश उर्फ टुंडा और मोंटी मान का साथी है। हर्ष ने फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने की कोशिश की थी लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसे इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इस वर्ष नौ फरवरी को नजफगढ़ के सैलून में हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान अलीपुर निवासी हर्ष उर्फ चिंटू के रूप में हुई है, जो खूंखार गैंगस्टर योगेश उर्फ टुंडा और मोंटी मान के गिरोह का साथी है। वह फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भाग गया था। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक, नौ फरवरी को थाना नजफगढ़ में एक पीसीआर काल मिली, जिसमें कहा गया था कि इंद्रा पार्क के पिलर नंबर 88 पर एक लड़के को गोली मार दी गई है। पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची जहां देखा कि सिजर डॉट कॉम्ब सैलून में सोनू तेहलान और आशीष तेहलान को गोली लगी थी, जिन्हें बाद में डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। चश्मदीद गवाह नीरज तेहलान के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच शुरू की।
दोनों आरोपियों को घोषित अपराधी घोषित किया गया
जांच के दौरान, आरोपितों की पहचान संजीव कुमार उर्फ संजू दहिया और हर्ष उर्फ चिंटू के रूप में हुई। दोनों करीबी दोस्त थे और घटना से एक दिन पहले ही हर्ष रोहिणी जेल से रिहा हुआ था। मृतक आशीष की संजीव से दुश्मनी थी। घटना के दिन सैलून में हर्ष और संजीव की नीरज के साथ बहस हुई थी। हर्ष उर्फ चिंटू संजीव कुमार उर्फ संजू का करीबी दोस्त था और घटना से ठीक एक दिन पहले रोहिणी जेल से रिहा हुआ था। दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय द्वारा ‘घोषित अपराधी’ घोषित किया गया था। उनकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
इंस्पेक्टर राकेश कुमार और योगेश आदि की टीम गठित
आरोपितों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम का गठन किया गया, जिसमें उपायुक्त संजय कुमार सैन के नेतृत्व में इंस्पेक्टर राकेश कुमार और योगेश आदि की टीम गठित की गई थी। जांच के दौरान टीम को जानकारी मिला कि दोनों आरोपित नकली पासपाेर्ट के जरिये भारत छोड़कर विदेश में फरार हैं। हर्ष को आखिरी बार अजरबैजान में फर्जी भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा करते हुए देखा गया था। उसने पंजाब से प्रदीप कुमार के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और नौ जून को अमृतसर एयरपोर्ट से शारजाह के लिए निकला था। शारजाह से वह 27 अगस्त को अजरबैजान में दाखिल हुआ था।
क्राइम ब्रांच ने लुक आउट सर्कुलर नोटिस खुलवाया
क्राइम ब्रांच ने तुरंत उसका लुक आउट सर्कुलर नोटिस खुलवाया और एलओसी के आधार पर उसे इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह खूंखार गैंगस्टर योगेश उर्फ टुंडा का सहयोगी है। उसे पहले अलीपुर थाने में दर्ज जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसने बताया कि वह संजीव दहिया का करीबी दोस्त है और जमानत पर रिहा होने के बाद आठ फरवरी को संजीव उसे रोहिणी जेल से लेने आया था।
हर्ष ने पंजाब से अपना फर्जी पासपोर्ट बनवाया
नौ फरवरी को वे एक सैलून में गए, जहां शिकायतकर्ता नीरज के साथ मृतक आशीष और सोनू तहलान मौजूद थे। वहां उनकी बहस हुई। वे वहां से निकले और कुछ समय बाद वापस सैलून में आए और आशीष और सोनू को बिल्कुल नजदीक से गोली मार दी और फरार हो गए। हर्ष ने पंजाब से अपना फर्जी पासपोर्ट बनवाया और वह नौ जून को अमृतसर से शारजाह के लिए निकल गया। जहां से वह मोंटी मान के निर्देशानुसार अजरबैजान गया।
बृहस्पतिवार को वह उसी फर्जी पासपोर्ट पर दूसरा पासपोर्ट बनवाने के लिए भारत आ रहा था, तभी उसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि हाल ही में उसने दिल्ली के कई व्यापारियों को धमकाया और योगेश उर्फ टुंडा और मोंटी मान के नाम पर प्रोटेक्शन मनी की मांग की थी। मोंटी मान जबरन वसूली में शामिल है और इसके लिए हर्ष का इस्तेमाल कर रहा था।
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