कत्ल कर लूट लेता था टैक्सी, 9 साल से फरार इनामी कुख्यात चढ़ा पुलिस के हत्थे; अब खोलेगा बड़े राज
दिल्ली पुलिस ने 32 आपराधिक मामलों में शामिल कुख्यात अपराधी परवेज आलम उर्फ पंडित को गिरफ्तार किया है। वह राजस्थान में डकैती के मामले में वांछित था। परवेज टैक्सी चालकों का अपहरण कर उनकी हत्या करने के बाद गाड़ियां लूट लेता था। पिछले 9 सालों से वह फरार था और क्राइम ब्रांच ने उसे साकेत कोर्ट के पास से गिरफ्तार किया। उस पर कई राज्यों में मामले दर्ज हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली, उत्तर प्रदेश व राजस्थान के 32 आपराधिक मामलों में शामिल कुख्यात अपराधी परवेज आलम उर्फ पंडित को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। राजस्थान के भरतपुर में डकैती और अपहरण के एक मामले में वह वांछित था। वह मुरादाबाद के मैनाथर थाने का घोषित अपराधी है।
बताया गया कि परवेज साथियों के साथ मिलकर टैक्सी चालकों का अपहरण कर उनकी हत्या करने के बाद शवों को सुनसान जगहों पर फेंककर टैक्सी व चालकों का सारा सामान लूट लेता था। हत्या के लिए वह चाकू का भी इस्तेमाल करता था। अधिकतर हत्या उसने गला घोंटकर की थी।
पिछले 9 साल से वह तीन राज्यों की पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। अंतत: क्राइम ब्रांच ने उसे दबोच लिया। राजस्थान पुलिस की तरफ से उसपर 15 हजार का इनाम घोषित था।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक कुख्यात अंतरराज्यीय अपराधी परवेज आलम, अल्लाहपुर भीकन, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। 2011 में उसने अपने साथी सुफियान और आरिफ के साथ मिलकर निजामुद्दीन में एक टैक्सी बुक करने के बाद चालक का अपहरण कर लिया था।
इसके बाद चलती कार में उसने चालक को जहरीला पदार्थ खिला दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। मौत हो जाने पर चालक के शव को सुनसान जगह पर फेंकने के बाद उन्होंने टैक्सी लूट ली थी। भरतपुर, राजस्थान में भी उसने यही तरीका अपनाया था। साथियों के साथ मिलकर उसने एक टैक्सी बुक की और चालक का अपहरण कर सामान और गाड़ी लूट ली थी। चालक के हाथ पैर बांधकर उसे सुनसान जगह पर फेंक दिया था।
आठ जुलाई को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि लूट और अपहरण के कई मामले में वांछित परवेज आलम साकेत कोर्ट परिसर के पास किसी से मिलने आने वाला है। एसीपी राजपाल डबास व इंस्पेक्टर अक्षय गहलौत की टीम ने उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि वह नशे का आदी है। नशेड़ियों के संपर्क में आकर उसने पहले मुरादाबाद में लूटपाट की। उसी वर्ष अपने पैतृक गांव में उसने आपसी विवाद में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।
इसके बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट और वाहन चोरी के 32 से अधिक मामलों को अंजाम दिया। उसपर दिल्ली में पांच, राजस्थान में एक और उत्तर प्रदेश में 26 मामले दर्ज हैं।
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