2021 में चलेगी नोएडा-साहिबाबाद मेट्रो, इस वर्ष के अंत तक शुरू होगा काम
निर्माण पर 1886 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इंदिरापुरम और वसुंधरा आवासीय योजना तक होगी कनेक्टिविटी। नोएडा, दक्षिणी दिल्ली, आइजीआइ एयरपोर्ट, फरीदाबाद और गुरुग्राम जाने में सहूलियत होगी।
गाजियाबाद (जेएनएन)। मेट्रो फेज-तीन के पहले चरण में नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके निर्माण में 1886 करोड़ रुपये खर्च आएगा। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने भी यही सुझाव दिया था।
जीडीए अधिकारियों का मानना है कि इससे इंदिरापुरम और वसुंधरा आवासीय योजना तक मेट्रो कनेक्टिविटी हो जाएगी। नोएडा, दक्षिणी दिल्ली, आइजीआइ एयरपोर्ट, फरीदाबाद और गुरुग्राम जाने वालों को सहूलियत होगी। जीडीए ने अंशदान तय करने का खाका भी बना लिया है। प्रस्ताव सोमवार को शासन को भेजा जाएगा। इस वर्ष के अंत तक निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। 2021 तक इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
पांच स्टेशन बनेंगे
नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक कॉरिडोर की लंबाई 5.11 किमी होगी। यह कॉरिडोर नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से एनएच-नौ के ऊपर होते हुए गाजियाबाद में सीआइएसएफ रोड के बीचों बीच बनाया जाएगा। इस पर वैभव खंड, इंदिरापुरम, शक्तिखंड, वसुंधरा सेक्टर-पांच और साहिबाबाद (वसुंधरा लाल बत्ती पार) में मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। बीच में कॉरिडोर हिंडन एलिवेटेड रोड को ऊपर से क्रॉस करता हुआ बनाया जाएगा।
सबसे ज्यादा जीडीए देगा अंशदान
जीडीए ने फंडिंग पैटर्न प्रस्तावित किया है। इसमें सबसे ज्यादा 571.90 करोड़ रुपये का अंशदान जीडीए ने अपने लिए निर्धारित किया है। केंद्र सरकार से 334.60 करोड़, उत्तर प्रदेश सरकार से 334.60 करोड़, आवास विकास परिषद से 365.04 करोड़, नगर निगम से 206.86 करोड़ और यूपीएसआइडीसी से 73.01 करोड़ रुपये का अंशदान लिए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। अंशदान निर्धारित करते वक्त क्षेत्रफल को आधार बनाया गया है। इस कॉरिडोर के बनने पर सबसे ज्यादा फायदा इंदिरापुरम वासियों को होगा।