नोएडा में सॉफ्टवेयर कंपनी का डाटा चोरी, अमेरिकी नागरिक समेत दो पर FIR दर्ज
नोएडा सेक्टर दो स्थित मेंटिस कंसल्टेंसी सॉफ्टवेयर कंपनी के पदाधिकारी ने अमेरिकी नागरिक समेत दो लोगों पर कंपनी का गोपनीय डाटा चोरी करने का आरोप लगाया ह ...और पढ़ें

नोएडा, जेएनएन। सेक्टर दो स्थित मेंटिस कंसल्टेंसी सॉफ्टवेयर कंपनी के पदाधिकारी ने अमेरिकी नागरिक समेत दो लोगों पर कंपनी का गोपनीय डाटा चोरी करने का आरोप लगाया है। पदाधिकारी हिमांशु खत्री का आरोप है कि उनके कंपनी के पूर्व कर्मचारी से विवेक अखिल ने डाटा चोरी कर अमेरिकी नागरिक फिल आल्पे को बेचा है।
फिल आल्पे पहले उनकी कंपनी से डाटा खरीदता था और अनुबंध तोड़ते हुए उसने 199275 डॉलर भी हड़प लिया है। एसएसपी के निर्देश पर कोतवाली सेक्टर 20 में दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। खत्री का कहना है कि आल्पे ने उनके ही खिलाफ डाटा चोरी का आरोप लगाते हुए नवंबर 2018 में कोतवाली सेक्टर 20 में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
यह रिपोर्ट तत्कालीन कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर व वर्तमान में रिश्वत लेने के आरोप में मेरठ जेल में बंद मनोज पंत के साथ एक पत्रकार की मिलीभगत से दर्ज कराई गई थी। हिमांशु खत्री का कहना है कि सेक्टर दो स्थित उनकी कंपनी देश-विदेश में सॉफ्टवेयर बेचते हैं। उनकी कंपनी से अमेरिकी नागरिक फिल आल्पे अनुबंध के मुताबिक सॉफ्टवेयर खरीदता था। उनकी कंपनी में गाजियाबाद निवासी विवेक अखिल सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। उसने 2015 में कंपनी छोड़ दी और अपनी कंपनी बना ली। इसके बाद वह उनकी कंपनी से चोरी किया गया गोपनीय डाटा अपनी कंपनी में इस्तेमाल करने लगा।
कुछ दिन बाद फिल आल्पे भी उनकी कंपनी से सॉफ्टवेयर लेना बंद कर दिया और विवेक से सॉफ्टवेयर लेने लगा। आल्पे पर उनका 199275 डॉलर भी बकाया है। पैसे को लेकर ही आल्पे से नवंबर 2018 में उनका विवाद हुआ और उसने यूपी पुलिस को ट्वीट कर उन पर ही धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करा दी। उनका कहना है कि आल्पे उनके खिलाफ पुलिस से मिलीभगत कर तीन बार धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करा चुका है।
थाना स्तर पर हुई जांच में दो मामलों में उन्हें सबूत नहीं मिलने पर क्लीन चिट दे दिया गया है। खत्री का कहना है कि उन्होंने पहले भी आल्पे और विवेक के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन उस दौरान उनकी शिकायत पर रिपोर्ट नहीं दर्ज की।

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