दिल्ली में नाइजीरियाई ठग गिरफ्तार, कोरियाई कारोबारी बन 125 महिलाओं को लूटा
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे एक नाइजीरियाई नागरिक को शाहदरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह हेलोटॉक ऐप के माध्यम से कोरियाई कारोबारी बनकर 125 महिलाओं को ठग रहा था। आरोपी 2019 में वीजा पर भारत आया था लेकिन वापस नहीं लौटा। पुलिस ने उसके पास से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किए हैं और मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पिछले सात सालों से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहा एक नाइजीरियाई नागरिक कोरियाई कारोबारी बनकर ठगी का गोरखधंधा चला रहा था। शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने उत्तम नगर से नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया है।
उसकी पहचान स्टीफन उर्फ केसी डोमिनिक के रूप में हुई है। गिरफ्तार आरोपी ने हेलोटॉक ऐप के जरिए 125 महिलाओं से दोस्ती कर उन्हें ठगा। पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया है। ठगी गई कुल रकम की जांच की जा रही है।
एक और सवाल यह है कि वीजा खत्म होने के बाद भी नाइजीरियाई नागरिक सालों तक दिल्ली में अवैध रूप से कैसे रह रहा था। पुलिस उसे पकड़ क्यों नहीं पाई? अगर आरोपी धोखाधड़ी में शामिल न होता, तो उसकी सच्चाई सामने नहीं आती।
शाहदरा जिले के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि अंजलि नाम की महिला ने 29 सितंबर को धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह हेलोटॉक ऐप का इस्तेमाल करती थी और ऐप पर डक यंग नाम के एक युवक के संपर्क में आई। युवक ने खुद को अमेरिका में रहने वाला कोरियाई आभूषण व्यवसायी बताया।
दोनों में बातचीत होने लगी। एक दिन पीड़िता को युवक का फोन आया और उसने कहा कि वह उससे मिलने अमेरिका से भारत आ रहा है। अचानक, युवक ने महिला को मैसेज किया कि उसे मुंबई एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन विभाग ने रोक लिया है और उसके पास भारतीय मुद्रा नहीं है। इसके तुरंत बाद, पीड़िता को दो भारतीय नंबरों से फोन आए, जिन्होंने खुद को इमिग्रेशन अधिकारी बताते हुए 48,500 रुपये का ऑनलाइन भुगतान करने का अनुरोध किया।
इसके बाद उन्होंने 2 लाख रुपये की मांग की, लेकिन पीड़िता ने इनकार कर दिया। पीड़िता की शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। थाना प्रभारी विजय कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अमित धानी, एएसआई अनिरुद्ध, हेड कांस्टेबल संदीप और विकास की टीम ने जांच की। तकनीकी निगरानी के जरिए पुलिस ने जालसाज को उत्तम नगर से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के फोन की जांच करने पर पता चला कि वह 2019 में छह महीने के ट्रैवल वीजा पर भारत आया था। वीजा खत्म होने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा। जब उसके पैसे खत्म हो गए, तो उसने हेलोटॉक ऐप के ज़रिए महिलाओं से दोस्ती करना शुरू कर दिया और उन्हें बिज़नेस के मौके दिलाने का झांसा दिया।
उसके पास से 125 महिलाओं के साथ चैट का डेटा बरामद हुआ है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि उसने कितनी धोखाधड़ी की है।
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