Chhath Puja 2022: यमुना में प्रसाद डालने पर NGT की रोक, प्रदूषण को लेकर भाजपा ने दिल्ली सरकार को फिर घेरा
Yamuna Pollution एनजीटी ने यमुना में प्रदूषण को देखते हुए नदी में प्रसाद विसर्जित करने पर रोक लगा दी है। वहीं भाजपा नेता मनोज तिवारी ने यमुना में प्रदूषण को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। यमुना नदी में छठ पर्व मनाने को लेकर प्रशासन ने रोक लगा दी है। इसी कड़ी में रविवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने यमुना में प्रदूषण को देखते हुए नदी में प्रसाद विसर्जित करने पर रोक लगा दी है।
यमुना में कराया गया रसायनों का छिड़काव
छठ पूजा के तीसरे दिन, अधिकारियों द्वारा यमुना नदी के पास आईटीओ घाट पर डूबते सूरज और उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए सजावट कराई गई है। एनजीटी कानूनों के अनुसार, पर्व के दौरान किसी भी तरह के प्रसाद को यमुना नदी में विसर्जित करने की अनुमति नहीं है। दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने नदी की सतह पर झाग बनने की समस्या से निपटने के लिए यमुना में रसायनों का छिड़काव कराया है।
बता दें कि छठ पूजा के दौरान दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रहने वाले भक्त यमुना नदी के पानी में डुबकी लगाते हैं और स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन के लिए सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं। छठ को सूर्य देव को समर्पित एकमात्र वैदिक त्योहार माना जाता है। यह प्राचीन हिंदू वैदिक त्योहार मुख्य रूप से भारत में बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है।
प्रदूषण को लेकर भाजपा ने दिल्ली सरकार को फिर घेरा
यमुना नदी में प्रदूषण और घाटों पर तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "जैसे-जैसे प्रदूषण बढ़ता है, सीएम केजरीवाल को छठ पूजा की तैयारी के लिए दिल्ली में रुकना चाहिए था, इसके बजाय वह गुजरात का दौरा कर रहे हैं क्योंकि वह यहां भक्तों की सुविधा नहीं चाहते हैं। अगर उन्हें दिल्ली की चिंता नहीं है, तो उन्हें पंजाब जाना चाहिए और वहां सीएम बनना चाहिए।"
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