यमुना पर बनेगा रेलवे का नया पुल, नई दिल्ली से गाजियाबाद के बीच ट्रेनों की आवाजाही होगी आसान
नई दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गाजियाबाद जाने के लिए इस समय उपलब्ध पुल तिलक ब्रिज पर दो ट्रैक हैं। इन दोनों स्टेशनों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ने से ट्रैक बढ़ाने की आवश्यकता है जिसका काम चल रहा है। इस कारण नए पुल की भी जरूरत है। यमुना के 22 किलोमीटर के हिस्से में पहले से चालू व निर्माणाधीन मिलाकर कुल 25 पुल हैं।
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। नई दिल्ली से आनंद विहार के रास्ते गाजियाबाद के बीच ट्रेन परिचालन को सुगम बनाने के लिए यमुना पर तिलक ब्रिज के समानांतर एक और रेलवे पुल बनाने की योजना है।
लगभग छह सौ मीटर लंबे पुल का काम आवंटित किया जा चुका है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसके बनने से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से समय पर ट्रेनों की आवाजाही सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
अक्सर आउटर पर खड़ी रहती हैं ट्रेनें
नई दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गाजियाबाद जाने के लिए इस समय उपलब्ध पुल तिलक ब्रिज पर दो ट्रैक हैं। इन दोनों स्टेशनों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ने से ट्रैक बढ़ाने की आवश्यकता है, जिसका काम चल रहा है। इस कारण नए पुल की भी जरूरत है। नई लाइन के अभाव में ट्रेनों को समय पर चलाने में परेशानी होती है। अक्सर ट्रेनें आउटर पर खड़ी रहती हैं।
निर्माण पर लगभग 218 करोड़ रुपये होंगे खर्च
अधिकारियों का कहना है कि समस्या के समाधान के लिए जल्द ही पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। अगले लगभग एक वर्ष में इसे तैयार करने का लक्ष्य है। प्रस्तावित पुल के निर्माण पर लगभग 218 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके बनने से पूर्व दिशा के यात्रियों को लाभ होगा।
सुगम ट्रेन परिचालन को उठाए गए कदम
तिलक ब्रिज से आनंद बिहार के बीच तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का काम चल रहा है। दो वर्ष पहले तिलक ब्रिज से नई दिल्ली के बीच पांचवीं और छठी लाइन शुरू की गई है। दो नई लाइन बनने से समस्या कुछ कम हुई है।
रेलवे का होगा यह चौथा पुल
इस समय राजधानी में यमुना पर पुराना लोहा पुल व तिलक ब्रिज रेलवे के दो पुल के माध्यम से ट्रेनों की आवाजाही होती है। पुरानी दिल्ली से शाहदरा के बीच पुराना लोहा पुल है। डेढ़ सौ वर्ष से अधिक पुराने इस पुल के समानांतर एक नया पुल बनाया जा रहा है। इसका काम लगभग पूरा होने वाला है।
यमुना पर पहले से हैं 25 पुल
दिल्ली में यमुना के 22 किलोमीटर के हिस्से में पहले से चालू व निर्माणाधीन मिलाकर कुल 25 पुल हैं। मेट्रो के चार चालू व एक निर्माणाधीन, आरआरटीएस का एक निर्माणाधीन, रेलवे के दो चालू व एक निर्माणाधीन पुल है। इसके अतिरिक्त 16 सड़क मार्ग के पुल हैं।