यूपी में 126 करोड़ के जमीन घोटाले में सामने आए कुछ और नाम, खुलासे से मचेगा हड़कंप
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ रुपये जमीन खरीद घोटाले के मुख्य आरोपित यमुना प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व सेवानिवृत्त आइएएस पीसी गुप्ता से शुक्रवार को दो घंटे तक पूछताछ हुई।

नोएडा (जेएनएन)। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ रुपये जमीन खरीद घोटाले के मुख्य आरोपित यमुना प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व सेवानिवृत्त आइएएस पीसी गुप्ता से शुक्रवार को दो घंटे तक पूछताछ हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा, एसपी देहात आशीष श्रीवास्तव व क्षेत्राधिकारी प्रथम अमित श्रीवास्तव ने कासना कोतवाली में दो घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद कुछ नए नाम सामने आए हैं। पुलिस उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर सकती है। जिस स्थान पर हुआ उसके भौतिक मुआयने के लिए पुलिस टीम पीसी गुप्ता को लेकर मथुरा भी गई।
यमुना प्राधिकरण के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता के लिए पुलिस को दस दिन की रिमांड मिली थी। रिमांड अवधी पूरी होने में मात्र दो दिन का समय शेष बचा है। समय को देखते हुए पुलिस ने पूछताछ तेज कर दी है। घोटाले पर पूछताछ के लिए एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी कासना कोतवाली पहुंचे। दोपहर बारह बजे से दो बजे तक पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान पीसी गुप्ता ने कुछ अन्य लोगों के नाम भी लिए हैं। जांच में पुलिस को यह पता चला है कि जमीन खरीद-फरोख्त के कागजों में कुछ लोगों के नाम भी शामिल हैं। उन लोगों से भी पुलिस जल्द पूछताछ कर सकती है। जांच में एक सीए का नाम भी सामने आ रहा है। घोटाले को मूर्त रूप देने व पैसों के बंदरबाट में उसकी भूमिका भी संदिग्ध है।
पुलिस के द्वारा सीए से भी जल्द पूछताछ की जा सकती है। मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस वे के बगल जो जमीन खरीद गई थी वह रैंप बनाने के लिए खरीदी गई थी। उस स्थान पर रैंप बना है या नहीं यह जांचने के लिए क्षेत्राधिकारी प्रथम अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस टीम पीसी गुप्ता को लेकर मथुरा गई।
टीम यह भी देखेगी कि रैंप के आस-पास कितनी जमीन खरीदी गई है। वर्तमान में उस जमीन की क्या स्थित है। घोटाले की जांच में यह सामने आया है था कि घोटाले संबंधी चेक को महामेधा बैंक में जमा कराया गया था। पुलिस की एक टीम बैंक से विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए लगाई गई है।
वर्तमान में बैंक का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। इससे जांच में पुलिस के सामने मुश्किल खड़ी हो रही है। पुलिस टीम बैंक मालिक की तलाश में जुटी है। वहीं दूसरी ओर घोटाले के आरोपित तत्कालीन ओएसडी वीपी सिंह, प्रमोद व मान सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इटावा व टप्पल में दबिश दी, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली।
यमुना प्राधिकरण बोर्ड ने लिया था जमीन खरीदने का निर्णय: गुप्ता
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले में दो घंटे की लंबी पूछताछ के दौरान पीसी गुप्ता ने यमुना प्राधिकरण बोर्ड को भी लपेटे में लिया है। पूछताछ के दौरान पीसी गुप्ता ने कहा, जमीन खरीदने का निर्णय बोर्ड का था। ऐसे में जांच में तत्कालीन बोर्ड सदस्यों के नाम भी शामिल किए जा सकते हैं।

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