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    दिल्ली में बड़े पैमाने पर होगा भोजपुरी सम्मेलन, विदेशी विद्वान भी लेंगे हिस्सा

    दिल्ली सरकार बिहार चुनाव से पहले भोजपुरी सम्मेलन करेगी जिसमें विदेशों से विद्वान आएंगे। अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर विशेष कार्यक्रम होंगे। गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस और दिल्ली राज्य स्थापना दिवस भी मनाया जाएगा। अकादमियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं ताकि अनुदान का सही उपयोग हो।

    By V K Shukla Edited By: Rajesh Kumar Updated: Mon, 25 Aug 2025 10:16 PM (IST)
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    दिल्ली सरकार बिहार चुनाव से पहले भोजपुरी सम्मेलन करेगी। एआई जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली सरकार बड़े पैमाने पर भोजपुरी सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है, दिल्ली सरकार ने इसकी घोषणा की है।

    कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा है कि सम्मेलन भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी भोजपुरी से जुड़े बड़े विद्वानों को आमंत्रित किया जाएगा।

    सरकार ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर विशेष कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से कविता, साहित्य और राजनीति में उनके अद्वितीय योगदान को याद किया जाएगा और नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।

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    यहां आपको बता दें कि पर्यटन मंत्री मिश्रा ने सोमवार को एक बैठक कर कार्ययोजना तैयार की। उन्होंने विभिन्न विभागों और विभिन्न अकादमियों की समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस, छठ पूजा, दिवाली मेला समेत कई भव्य आयोजनों की रूपरेखा पर विचार किया गया।

    मंत्री ने पुस्तकालयों के रखरखाव समेत 20 स्मारकों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में विभिन्न अकादमियों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

    बैठक के दौरान, दिल्ली सरकार ने प्रत्येक अकादमी के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों के तहत, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दिल्ली सरकार द्वारा अकादमियों को प्रदान किए जाने वाले अनुदान का उपयोग केवल उन्हीं उद्देश्यों के लिए किया जाए जिनके लिए धनराशि स्वीकृत की गई है।

    इस वर्ष भोजपुरी सम्मेलन भी एक प्रमुख आकर्षण होगा, जिसमें मॉरीशस, फिजी और अन्य देशों के विद्वानों, राजनयिकों और गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा। इससे दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलेगी और प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ सांस्कृतिक जुड़ाव और मजबूत होगा।

    साथ ही, नवंबर माह में गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर विशेष कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जाएगी, जिसमें विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियाँ शामिल होंगी। इसी क्रम में, अक्टूबर और नवंबर माह में दिल्ली राज्य स्थापना दिवस का उत्सव भी मनाया जाएगा।