नमो भारत ट्रेन के यात्रियों के लिए अच्छी खबर, कौशांबी बस अड्डे से आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक बनेगा नया स्काईवॉक
पूर्वी दिल्ली में नमो भारत ट्रेन के यात्रियों के लिए कौशांबी बस अड्डे से आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक स्काईवॉक बनेगा। 386 मीटर लंबे इस स्काईवॉक पर ट्रैवलेटर टिकट काउंटर और एएफसी डोर होंगे। यात्रियों को एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा भी मिलेगी। इस पहल से कौशांबी और आनंद विहार के यात्रियों को नमो भारत स्टेशन तक पहुंचने में आसानी होगी। टेंडर प्रक्रिया जारी है।

आशीष गुप्ता, पूर्वी दिल्ली। नमो भारत ट्रेन के यात्रियों के लिए कौशांबी बस अड्डे से आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक स्काईवाक बनाया जाएगा। पीडब्लयूडी के मौजूदा फुटओवर ब्रिज के बराबर में इसका निर्माण होगा। इस पर एयरपोर्ट की तर्ज पर ट्रैवलेटर (स्वचलित पथ) लगेंगे। ऐसे में यात्रियों को भारी भरकम सामान के साथ चलने की जरूरत नहीं होगी।
वह ट्रैवलेटर पर खड़े होकर आराम से इधर से उधर आ-जा सकेंगे। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने यात्रियों की सहूलियत के लिए स्काईवाक का खाका खींच लिया है। स्काईवाक पर ही टिकट कांउटर और आटोमैटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) डोर का प्रावधान भी रखा है।
स्काईवाक की लंबाई करीब 386 मीटर होगी
आनंद विहार पर प्रस्तावित स्काईवाक की लंबाई करीब 386 मीटर होगी। इससे सड़क पर उतरने और उससे चढ़ने के लिए एक तरफ एस्कलेटर (स्वचलित सीढ़ियां) और दूसरी तरफ लिफ्ट लगेंगी। कौशांबी व आनंद विहार रेलवे स्टेशन की ओर से आ रहे यात्रियों को फायदा होगा कि उन्हें नमो भारत स्टेशन तक पहुंचने के लिए साफ-सुथरा और बेहतर रास्ता मिलगा।
वह स्काईवाक पर बने काउंटर से टिकट भी ले सकेंगे। इसी तरह नमो भारत स्टेशन से कौशांबी बस अड्डा और आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने वालों को लाभ होगा। जिनको मेट्रो स्टेशन जाना है, उनके लिए भी रास्ते का प्रविधान स्काईवाक पर किया गया है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है।
अतिक्रमण की जद में मौजूदा फुटओवर ब्रिज
पीडब्ल्यूडी के मौजूदा फुटओवर ब्रिज पर अतिक्रमण है। दोनों तरफ पटरी पर सामान बेचने वाले बैठ जाते हैं। ऐसे में यात्रियों को आने-जाने में परेशानी होती है। इसके एस्कलेटर वर्षों से खराब पड़े हैं। लोगों की तमाम शिकायतों के बावजूद उस पर न तो अतिक्रमण की समस्या दूर हुई, न ही एस्कलेटर ठीक हुए। सूत्रों की मानें तो यही वजह है कि एनसीआरटीसी को अपने यात्रियों की सहूलियत के लिए स्काईवाक बनाने के बारे में सोचना पड़ा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।