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    सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट के 200 निवासी ढूंढ रहे हैं नया आशियाना, मुखर्जी नगर के आसपास किराए में 30% उछाल

    Updated: Thu, 21 Aug 2025 08:02 AM (IST)

    सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट को असुरक्षित घोषित किए जाने के बाद 200 निवासी नए घर की तलाश में हैं जिससे मुखर्जी नगर में किराए में भारी वृद्धि हुई है। पहले 40000 रुपये में मिलने वाले फ्लैट अब 55000-60000 रुपये तक पहुंच गए हैं। बिजली-पानी कनेक्शन कटने के नोटिस ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। निवासियों को हर कदम पर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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    सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट की फाइल फोटो। सौजन्य- जागरण आर्काइव

    धर्मेंद्र यादव, बाहरी दिल्ली। रिहायश के लिहाज से असुरक्षित घोषित सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट की उल्टी गिनती शुरू होने के साथ ही यहां रहने वाले लोगों ने नए आशियाने की तलाश तेज कर दी है।

    अतिरिक्त समय देने से कोर्ट के इन्कार और विभिन्न एजेंसी की ओर से बिजली-पानी कनेक्शन काटने के नोटिस के बाद अपार्टमेंट के करीब 200 निवासियों ने किराए पर नए घर के लिए दौड़-धूप शुरू की है।

    इस दौड़-धूप के कारण मुखर्जी नगर व आसपास के क्षेत्र में फ्लैट/घर का किराया आसमान छूने लगा। महज पखवाड़ेभर के भीतर फ्लैट के मासिक किराए में 25 से लेकर 30 प्रतिशत वृद्धि देखने को मिल रही है।

    50 हजार किराए में मिलने वाले फ्लैट का किराया हुआ 65-70 हजार

    इस समय स्थिति यह है कि एक साथ दो सौ लोगों की मकान की मांग के बाद क्षेत्र में फ्लैट कम हैं और मांग ज्यादा है। आवासीय भवनों के किराए में एकाएक इतने बड़े उछाल से सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट के लोग भौचक हैं।

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    मुखर्जी नगर, आउट्रम लेन, हडसन लेन में महीनेभर पहले तीन बेडरूम फ्लैट का मासिक किराया 35-40 हजार रुपये था, अब बढ़कर 55-60 हजार रुपये पहुंच गया। अपार्टमेंट में रह रहे लोगों की पहली पसंद मुखर्जी नगर व आसपास के क्षेत्र के अलावा माडल टाउन, गुजरांवाला, टैगोर पार्क, एम2के, सिविल लाइंस, पार्श्वनाथ (ला ट्रोपिकाना) आदि इलाके हैं।

    पिछले 12-15 दिन के दौरान इन्हीं क्षेत्रो में आवासीय भवन के किराए में 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि हुई है। विशेषकर, नगर निगम, जल बोर्ड, टाटा पावर आदि एजेंसी के कनेक्शन काटने के अल्टीमेटम के बाद स्थिति अप्रत्याशित हो गई है, इस कारण नया आशियाना की तलाश में तेजी देखने को मिल रही है।

    मुखर्जी नगर के सिद्धि विनायक एसोसिएट के संचालक प्रदीप कुमार बताते हैं कि यह मारा-मारी पिछले 10 के भीतर हुई है। टैगोर पार्क, एम2के, सिविल लाइंस, गुजरांवाला में 10 दिन पहले जिस तीन बेडरूम फ्लैट का किराया 60-65 हजार था, आज 80-85 हजार रुपये हो गया।

    • 336 एचआइजी और एमआइजी फ्लैट हैं सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट में
    • 150 के करीब लोग अपना फ्लैट खाली कर चुके हैं।
    • 06 अगस्त को डीडीए ने 56 फ्लैट आवंटी को किराए का भुगतान किया था
    • एचआइजी फ्लैट आवंटी को 50 हजार रुपये और एमआइजी मालिक को 36 हजार रुपये मासिक किराया देगा डीडीए

    प्रदीप ने बताया कि अप्रत्यशित स्थिति के बाद बाजार में किराए के फ्लैट की मांग बढ़ गई। यही वजह है कि लोगों ने अपने भवनों का किराया बढ़ा दिया। दो नवंबर को बेटी की शादी है, समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए।

    इधर डीडीए फ्लैट खाली करने का कह रहा है, उधर हर दिन किराया बढ़ रहा है। बिजली-पानी काटने के नोटिस के बाद स्थिति पेनिक हो गई है। हालात का फायदा उठाते हुए भवन मालिकों ने किराया 25-30 प्रतिशत बढ़ा दिया है। पिछले 15 दिन से फ्लैट ढूंढ रहे हैं। कोर्ट को फ्लैट खाली करने के लिए तीन महीने का समय देना चाहिए।

    अरुण मोंगा, निवासी

    मुखर्जी नगर में जो फ्लैट 40 हजार रुपये किराए में मिल रहा था, अब उसका किराया 55-60 हजार रुपये हो गया। इस स्थिति में भी आर्थिक चोट सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट के लोगों का ही लग रही है। लोगों ने लाखों रुपये अपने फ्लैट के इंटीरियर पर खर्च किए थे। फ्लैट दोबारा बनकर तैयार होंगे, तब भी इतना ही पैसा खर्च करना पड़ेगा। हर कदम पर अपार्टमेंट के लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

    रुपेश, निवासी