दिल्लीवाले MCD और NDMC को करा सकते हैं झंडे जमा, तिरंगे का सम्मानजनक तरीके से हो गा निपटान
स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान के बाद दिल्ली नगर निगम और एनडीएमसी नागरिकों से खंडित तिरंगों को जमा करने की अपील कर रही हैं। निगम इन झंडों का सम्मानजनक निपटान करेगा। महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि तिरंगा देश की शान है और इसका सम्मान करना चाहिए। एनडीएमसी ने भी पुन उपयोग योग्य झंडों के उपयोग और अनुपयोगी झंडों के निपटान के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत नागरिकों से घरों से लेकर अपने दफ्तर और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर बड़ी मात्रा में तिरंगों का उपयोग किया है। साथ ही बड़ी मात्रा में रैलियां भी आयोजित की गई है।
ऐसे में उपयोग के बाद झंडों के खंडित होने पर अगर, आप स्वयं सम्मानजनक तरीके से निपटान नहीं कर सकते हैं तो नागरिक दिल्ली नगर निगम और एनडीएमसी को झंडे जमा करा सकते हैं। निगम ने इसकी व्यवस्था की है। साथ ही नागरिकों से अपील की है कि वह निगम के क्षेत्रीय कार्यालयों में पहुंचकर इसे जमा करा सकते हैं।
महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि तिरंगा हमारे देश की शान है। ऐसे में नागरिक अपनी जिम्मेदारी और गर्व से इसे अपने घर पर लगा रहे हैं। पीएम के आह्वान पर हर घर तिरंगा अभियान जन अभियान बन गया है।
ऐसे में कोई तिरंगा अगर खंडित हो गया है तो नागरिक इसे निगम के क्षेत्रीय कार्यालयों में जाकर जमा कर सकते हैं। निगम तिरंगे का सम्मानजनक तरीके से निपटान करेगा।
वहीं, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने कहा कि जो झंडे पुन: उपयोग हो सकते हैं उसे नागरिक पुन: उपयोग कर सकते हैं। अगर, झंडे उपयोग योग्य नहीं बचे हैं तो वह एनडीएमसी कार्यालयों में जाकर जमा करा सकते हैं।
जो झंडे पुन: उपयोग नहीं हो सकते हैं उनका एनडीएमसी नियमों के अनुसार इसका सम्मान जनक तरीके से निपटान करेगा। उल्लेखनीय है कि ध्वज की गरीमा न बिगड़े जब तक झंडे का उपयोग किया जा सकता है। वरना झंडे को एक लकड़ी के फ्रेम में झंडे को तय करके दफनाया जा सकता है।
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