दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, 4744 करोड़ होंगे खर्च; भीड़ प्रबंधन में होगी आसानी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। पहले चरण में पहाड़गंज की तरफ मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाएगा। इस परियोजना से यात्रियों को हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं मिलेंगी और भीड़ का प्रबंधन बेहतर होगा। अगले साल फरवरी तक निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है और कई ट्रेनों को अन्य स्टेशनों पर स्थानांतरित किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने की उम्मीद है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके पहले चरण में स्टेशन के पहाड़गंज की तरफ मल्टी माडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) बनाने का काम होगा।
इससे रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह सुविधाएं मिलने के साथ ही भीड़ प्रबंधन में आसानी होगी। स्टेशन के आसपास यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी जिससे कि यात्री आसानी से यहां पहुंच सकेंगे। पुनर्विकास कार्य पर 4,744 करोड़ खर्च होने की उम्मीद है।
ट्रेनों को किया जाएगा दूसरे स्टेशनों पर स्थानांतरित
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) को सौंपा गया है। निर्माण कार्य फरवरी, 2023 में शुरू किया जाना था, परंतु पांच बार निविदा आमंत्रित करने के बाद भी कोई बोलीदाता सामने नहीं आया।
इस कारण परियोजना में बदलाव कर इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) प्रक्रिया के अंतर्गत निर्माण कार्य के लिए फिर से निविदा आमंत्रित की गई। पहले दो गुंबदकार आकृति में स्टेशन परिसर का विकास किया जाना था। 25 मंजिल के गुंबदनुमा इमारत के नीचे प्लेटफार्म व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना थी। अब प्लेटफार्म के ऊपर सिर्फ एक मंजिल और स्टेशन के दोनों तरफ बहुमंजिला भवन बनाने का प्रस्ताव है।
वन विभाग से पेड़ हटाने की शीघ्र अनुमति मिलने की है उम्मीद
अधिकारियों ने बताया, मिट्टी की जांच के साथ ही स्टेट एंट्री रोड स्थित रेल निवास रेलवे क्लब और जेई कार्यालय को ध्वस्त करने के लिए सर्वे पूरा हो गया है। इसे ध्वस्त करने के लिए संबंधित एजेंसी को सौंप दिया गया है। इसके साथ ही नगर निगम के नाले को स्थानांतरित करने का काम चल रहा है।
वन विभाग से निर्माण क्षेत्र में आने वाले वृक्षों को काटने व स्थानांतरित करने की अनुमति नहीं मिलने से निर्माण कार्य रूका हुआ था। अब शीघ्र अनुमति मिलने की उम्मीद है। अगले वर्ष फरवरी तक निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। इससे पहले डिजाइन, विभिन्न एजेंसियों से समन्वय सहित अन्य आवश्यक कार्य पूरा किया जाएगा।
कनॉट प्लेस में कम होगी भीड़
संशोधित परियोजना में ट्रैक के ऊपर का कानकोर्स एक मंजिल का होगा। छत से दिन में रोशनी पर्याप्त मिल सकेगी। स्टेशन के चारों ओर एलिवेटेड रोड नेटवर्क से कनॉट प्लेस में भीड़ भाड़ कम करने में मदद मिलेगी।
अधिकारियों ने कहा, इस परियोजना का लक्ष्य रेलवे स्टेशन को सिटी बस, ब्लू लाइन मेट्रो और एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो के साथ एकीकृत (इंटीग्रेट) करके स्टेशन को एक आधुनिक, मल्टी-माडल परिवहन केंद्र में बदलना है।
पहले चरण में पहाड़गंज की तरफ निर्माण कार्य होने के साथ ही एक से लेकर पांच नंबर तक प्लेटफार्म पर काम होगा। पुनर्विकास शुरू होने पर यहां से संचालित होने वाली कई ट्रेनों को आनंद विहार, शकूरबस्ती, सराय रोहिल्ला सहित अन्य रेलवे स्टेशनों पर स्थानांतरित किया जाएगा।
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