क्या चांदनी चौक पर 20 नहीं अब 200 रुपये की पार्किंग? 24 लाख का जुर्माना ठोका... फिर भी नहीं सुधर रहे हालात
दिल्ली में पार्किंग ठेकेदारों की मनमानी जारी है। वे तय शुल्क से अधिक पैसे वसूल रहे हैं और पर्ची भी नहीं दे रहे। हौजखास गांव में 20 रुपये प्रति घंटे की जगह 200 रुपये तक मांगे जा रहे हैं। निगम की कार्रवाई के बाद भी स्थिति जस की तस है। महापौर ने नियमों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

निहाल सिंह, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में पार्किंग ठेकेदार सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। निगम की कार्रवाई को ठेंगा दिखाते हुए पार्किंग का ज्यादा शुल्क लेने का काम जारी है।
चांदनी चौक से लेकर लाजपत नगर के बाद हौजखास गांव की पार्किंग में भी 20 रुपये प्रति घंटे की पार्किंग से 200 रुपये तक मांगे जा रहे हैं। अगर, ग्राहक थोड़ी सी बहस करे तो मामला पहले 150, फिर 100 और फिर 50 रुपये घंटे तक आकर टिक जाता है। जब ग्राहक पर्ची मांगे तो पर्ची देने को भी पार्किंग ठेकेदार तैयार नहीं होते हैं।
वहीं, अगर, कोई दोस्तों के साथ हैं पार्किंग कर्मचारी लड़ने तक के लिए तैयार हो जाते हैं। यह स्थिति जब है कि तब कि हाल ही में निगम ने पार्किंग का ज्यादा शुल्क वसूलने को लेकर एमसीडी ने कुछ पार्किंग ठेकेदारों पर 24 लाख तक का जुर्माना लगाया था।
हौजखास गांव की पार्किंग में शनिवार की रात को पार्किंग की पड़ताल की तो पार्किंग कर्मी ने 200 रुपये मांगे। जब पार्किंग का शुल्क का बोर्ड दिखाने को कहा तो कर्मचारी ने बाहर बोर्ड लगा देख लें। जब पार्किंग की पर्ची मांगी तो 150 रुपये पार्किंग शुल्क लेने के लिए तैयार हो गया। जब पर्ची देने पर अड़ गए तो कहा कि रात्रि में पार्किंग का रेट ज्यादा होता है। इसलिए 100 रुपये से कम में बात नहीं बनेगी।
इसके बाद पार्किग का शुल्क पूछने पर 50 रुपये का शुल्क लेकर पर्ची दे दी। वाहन जबकि 25 मिनट ही खड़ा हुआ था। ऐसे में 20 रुपये से ज्यादा का शुल्क नहीं लगना चाहिए था। वहीं, इस मामले में महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि जो भी शिकायतें पार्किंग में नियमों के संचालन के खिलाफ आएगी उन पर अधिकारियों से लेकर पार्किंग ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
सड़क पर खड़े वाहन बने मुसीबत
एमसीडी के लाल किला पुलिस चौकी के सामने जहां जाम लगता है वहां पर सड़क पर पार्किंग होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। कई बार दो से तीन लेन की पार्किंग यहां पर लगाई जाती है। इसके साथ ही लाजपत राय मार्केट में तय समय से अलग समय पर लोडिंग अनलोडिंग होने से भी जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
मशीन से 50 रुपये की पर्ची निकलना ही नियम का उल्लंघन
दिल्ली नगर निगम ने हेंडहेल्ड डिवाइस से पर्ची देने का नियम बना रखा है। पहले छपी हुई पर्ची चला करती थीं जिस पर निगम ने प्रतिबंध लगा दिया था। अब इन मशीनों से ज्यादा शुल्क की पर्ची निकलना निगम से मिली भगत को दर्शाता है। क्योंकि नियमानुसार माय पार्किंग एप से ही पर्ची निकलनी चाहिए।
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अगर, पार्किंग ठेकेदार इस एप के अलावा किसी अन्य एप का उपयोग करता है तो यह नियमों का उल्लंघन है। पार्किंग ठेकेदार निगम कर्मियों के साथ मिलकर यह काम करते हैं। पार्किंग में अनिमियतता क्यों है और कैसे है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दक्षिणी जोन जूनियर इंजीनियर को क्षेत्रीय निरीक्षक की जिम्मेदारी दे रखी है। जबकि ऐसे विभाग में क्लर्क को ही निरीक्षक बनाया जाता है।
- इनकी है पार्किंग को नियमों से चलवाने की प्राथमिक जिम्मेदारी
- नवीन कुमार, सहायक आयुक्त, लाभकारी परियोजना सेल, एमसीडी
- विनय व शैलेंद्र,प्रशासनिक अधिकारी, लाभकारी परियोजना सेल, एमसीडी
- मनीष पंवार, क्षेत्रीय निरीक्षक, लाभकारी परियोजना सेल, दक्षिणी जोन, एमसीडी
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