Delhi Metro को मिली बड़ी कामयाबी, इस लाइन के लिए एक और सुरंग हो गई तैयार
Delhi Metro Golden Line दिल्ली मेट्रो की गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद-एरोसिटी) के भूमिगत कॉरिडोर के लिए तुगलकाबाद और तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी के बीच 792 मीटर लंबी एक और सुरंग बनकर तैयार हो गई है। डीएमआरसी ने निर्माण में सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा। गोल्डन लाइन का निर्माण अगले वर्ष के अंत तक पूरा होने का लक्ष्य है। फेज चार में तीन अन्य कॉरिडोर का निर्माण भी चल रहा है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। फेज चार में निर्माणाधीन गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद-एरोसिटी) पर मेट्रो के भूमिगत कॉरिडोर के लिए एक और सुरंग बनकर तैयार हो गई है। इस सुरंग का निर्माण तुगलकाबाद से तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी के बीच किया गया है।
मंगलवार को रेलवे बोर्ड के सदस्य (बुनियादी ढांचा) नवीन गुलाटी और दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) इस सुरंग की खोदाई का काम पूरा कर तुगलकाबाद रेलवे कालोनी की तरफ बाहर निकली। इस मेट्रो सुरंग की लंबाई 792 मीटर है।
91 मीटर लंबी टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) से इस सुरंग का निर्माण किया गया। सतह से 18 मीटर की गहराई पर इस सुरंग का निर्माण किया गया है। इस सुरंग की चौड़ाई 18 मीटर है। इस सुरंग के निर्माण में 559 प्रीकास्ट रिंग इस्तेमाल किए गए हैं।
इस सुरंग के समानांतर दूसरी सुरंग पहले ही बन चुकी है। ताकि अप व डाउन दोनों तरफ से मेट्रो ट्रेनों का आवागमन हो सके। डीएमआरसी का कहना है कि इस सुरंग के निर्माण के दौरान आवश्यक सतर्कता बरती गई। ताकि निर्माणाधीन स्थल के आसपास महले से मौजूद मकानों व अन्य ढांचों को किसी तरह नुकसान न होने पाए।
सुरंग के निर्माण के दौरान जमीनी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वर्तमान ढांचों के आसपास अत्याधुनिक उपकरण लगा गए। गोल्डन लाइन की कुल लंबाई 23.622 किलोमीटर होगी।
इसका 19.343 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा। इस कॉरिडोर पर संगम विहार से साकेत जी ब्लॉक के बीच सिर्फ 4.279 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड होगा। इस कॉरिडोर का निर्माण अगले वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।
मौजूदा समय में फेज चार में तीन मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है। जिसमें गोल्डन लाइन के अलावा जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम और मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर शामिल है। इसके अलावा तीन अन्य कारिडोर का निर्माण भी जल्द शुरू होगा।
इसमें इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर-साकेज जी ब्लॉक और रिठाला-कुंडली मेट्रो लाइन शामिल है। इस तरह फेज चार के छह मेट्रो कॉरिडोर की कुल 112.427 किलोमीटर होगी। इसका 40.109 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा।
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