दिल्ली में धूल से निपटने के लिए प्रमुख रास्तों पर लगाए जाएंगे मिस्ट स्प्रेयर, प्रदूषण से मिलेगी लोगों को राहत
दिल्ली सरकार धूल प्रदूषण से निपटने के लिए कनाट प्लेस और खान मार्केट जैसे प्रमुख स्थानों पर मिस्ट स्प्रेयर लगाएगी। 19 करोड़ रुपये की इस परियोजना में 24 सड़कें और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र शामिल हैं। पहले चरण में बाराखंभा रोड जैसी 10 सड़कें शामिल हैं। दूसरे चरण में शाहजहां रोड जैसी 14 सड़कें शामिल हैं। हनुमान मंदिर और कनाॅट प्लेस जैसे सार्वजनिक स्थानों पर मिस्ट फागिंग सिस्टम भी लगाए जाएंगे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी के कई प्रमुख स्थानों, जिनमें कनाॅट प्लेस और खान मार्केट भी शामिल हैं, धूल प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार चरणबद्ध परियोजना के तहत जल्द बिजली के खंभों पर मिस्ट स्प्रेयर लगाएगी।
24 सड़कों और अनेक भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक क्षेत्रों को कवर करते हुए, इस पहल पर 19 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी और इसे तीन चरणों में लागू किया जाएगा।
पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के तहत बाराखंभा रोड, फिरोजशाह रोड, सिकंदरा रोड और भगवान दास रोड सहित 10 प्रमुख सड़कों पर मिस्टिंग सिस्टम लगाने की योजना है।
इस चरण में 7.97 करोड़ रुपये की लागत से 15,330 नोजल वाले 511 खंभे लगाए जाएंगे। मंदिर मार्ग, तिलक मार्ग और सुब्रमण्यम भारती मार्ग जैसी सड़कें पहले चरण की सबसे लंबी सड़कों में से हैं।
मंदिर मार्ग, जो 1,790 मीटर लंबा है, पर 114 पोल और 3,420 नोजल लगाए जाएंगे। तिलक मार्ग, जो 1,230 मीटर लंबा है, पर 61 पोल और 1,830 नोजल लगाए जाएंगे जबकि सुब्रमण्यम भारती मार्ग, जो 2,210 मीटर लंबा है, पर 67 पोल और 2,010 नोजल लगाए जाएंगे।
परियोजना के दूसरे चरण में शाहजहां रोड, अरबिंदो मार्ग, मदर टेरेसा क्रीसेंट और अशोक रोड सहित 14 अतिरिक्त सड़कें शामिल होंगी। इस चरण में एमसीडी 7.31 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 530 पोल और 15,300 से ज्यादा नोजल लगाएगी।
1,950 मीटर लंबे अरबिंदो मार्ग पर 95 पोल और 2,850 नोजल लगाए जाएंगे। 1,970 मीटर लंबे मदर टेरेसा क्रीसेंट पर 65 पोल और 1,950 नोजल होंगे जबकि 1,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित शहीद भगत सिंह मार्ग पर 61 पोल और 1,830 नोजल लगाए जाएंगे।
परियोजना के तीसरे चरण के तहत एमसीडी अधिक भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मिस्ट स्प्रेयर सिस्टम लगाने की भी योजना है। इनमें हनुमान मंदिर, खान मार्केट और कनाट प्लेस शामिल हैं।
हनुमान मंदिर में मिस्टिंग सिस्टम की लागत लगभग 82.7 लाख रुपये होगी, जबकि खान मार्केट में इसकी स्थापना का अनुमानित खर्च 76.3 लाख रुपये है।
कनाट प्लेस के इनर और आउटर दोनों सर्किलों में क्रमशः 1.01 करोड़ रुपये और 1.18 करोड़ रुपये की लागत से सिस्टम लगाए जाएंगे। इन चार प्रमुख सार्वजनिक स्थानों की कुल लागत 3.79 करोड़ रुपये है।
मिस्टिंग सिस्टम वर्तमान में लोधी रोड, शांति पथ और अफ्रीका एवेन्यू पर लगे हैं। लोधी रोड पर 550 मीटर लंबे और 15 पोल लगाने का काम पहले ही पूरा हो चुका है। शांति पथ और अफ्रीका एवेन्यू में क्रमशः 900 और 850 मीटर लंबे 30 पोल लगाने का काम चल रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक पोल में 30 नोजल लगे हैं और इस सिस्टम को लगाने की औसत लागत लगभग 35 लाख रुपये प्रति किलोमीटर है।
मालूम हो कि मिस्ट स्प्रेयर पानी की फुहार छोड़कर आसपास की हवा को ठंडा करती हैं। साथ ही हवा में मौजूद धूल के कणों को दबाती हैं। इससे तापीय आराम एवं बेहतर वायु गुणवत्ता दोनों मिलती है।
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि यह विस्तार अगले तीन-चार महीनों में, सर्दियों की शुरुआत से पहले पूरा हो जाएगा।
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