दिल्ली में इस साल नहीं आएगी बाढ़? सीएम रेखा गुप्ता ने किया दावा; फ्लड कंट्रोल ऑर्डर 2025 जारी
दिल्ली सरकार ने मानसून की तैयारी को लेकर बाढ़ नियंत्रण उपायों पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि 2025 में दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं होगी और सरकार पूरी तरह से तैयार है। फ्लड कंट्रोल ऑर्डर 2025 जारी किया गया है जो विभागों के लिए एक गाइडबुक के रूप में काम करेगा। नालों की सफाई का काम भी बड़े स्तर पर किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मानसून की तैयारी काे लेकर बुधवार को दिल्ली सचिवालय में बाढ़ नियंत्रण उपायों पर रेखा सरकार की एपेक्स कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक हुई। यमुना में बाढ़ और दिल्ली में जलभराव रोकने के लिए रूपरेखा तय करने के लिए मंथन हुआ।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस उच्च स्तरीय इस बैठक के बाद दिल्ली के निवासियों को आश्वास्त किया कि राष्ट्रीय राजधानी में 2025 में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं आएगी, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से तैयार है।कहा कि दो साल पहले दिल्ली में बाढ़ आई थी।
उस समय यमुना पर आईटीओ बैराज के गेट भी नहीं खुले थे।कहा इस बार बाढ़ की स्थिति नहीं आएगी। सरकार और सभी विभाग पूरी तरह से तैयार हैं। बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा, आशीष सूद के अलावा सांसद कमलजीत सेहरावत, रामवीर सिंह बिधूड़ी, योगेंद्र चंदोलिया व बांसुरी स्वराज सहित कई विधायक व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार द्वारा फ्लड कंट्रोल ऑर्डर 2025 को जारी किया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह दस्तावेज बाढ़ की स्थिति में सभी विभागों के लिए एक गाइडबुक या मैनुअल के रूप में कार्य करेगा। इस गाइडबुक में सभी विभागों की भूमिका, संपर्क सूत्र और आपदा प्रबंधन से जुड़े निर्देश सम्मिलित हैं।
उधर विशेषज्ञों का कहना है कि सीएम ने भले ही अपने ऊपर जिम्मेदारी लेते हुए बाढ़ जैसे हालात नहीं होने देने की बात कही है मगर जमीनी हकीकत की बात की जाए तो दिल्ली में मानसून के दौरान लगातार जलभराव की चुनाैती बढ़ रही है।
जलभराव के नए नए हॉट स्पॉट बन रहे हैं, वहीं बरसाती नालों की सफाई भी अभी तक पूरी नहीं हो सकी है।विभिन्न इलाकों में अभी जलभराव रोकने के लिए अभी इंतजाम ही हो रहे हैं, कुछ स्थानों पर खोदाई का काम भी चल रहा है।
बैठक के बाद सीएम ने कहा कि हमने बड़े स्तर पर नालों से गाद निकालने का काम किया है। बड़े नालों से लगभग 20 लाख मीट्रिक टन गाद निकाली गई है। गाद निकालने का काम अभी भी चल रहा है, एमसीडी और पीडब्ल्यूडी द्वारा की जा रही नालों की सफाई का 80-90% कार्य पूरा हो चुका है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार सभी विपरीत परिस्थितियों के लिए तैयारी कर रही है,कहा कि पिछली सरकारों ने अगर इस ओर ध्यान दिया होता तो आज ये हालत नहीं होती।
कहा कि सरकार इस ओर काम कर रही है, बैराज के गेट खोले जा सकेंगे,उन्होंने कहा बेहतर तैयारी और बेहतर काम चल रहा है, वर्षा के दौरान जलभराव न हो इसके लिए अतिरिक्त कर्मी और पंप लगाए गए हैं।
मंत्रियों के नेतृत्व में सेक्टर कमेटियों का गठन
मुख्यमंत्री ने बताया कि तैयारियों के तहत कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा, आशीष सूद और मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में सेक्टर कमेटियों का गठन किया गया है, प्रत्येक सेक्टर कमेटी में 3-4 जिला मजिस्ट्रेट शामिल होंगे।
ये अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ प्रबंधन और समन्वय के लिए उत्तरदायी होंगे।मुख्यमंत्री ने बताया कि 15 जून 2025 से सेंट्रल फ्लड कंट्रोल रूम की शुरुआत की जाएगी, जो डीएम ईस्ट के कार्यालय में स्थापित किया गया है।
सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश
- 15 वायरलेस स्टेशन स्थापित किए गए
- राहत और बचाव कार्यों के लिए 14 अहम जगहों पर नावों की तैनाती
- मानसून के दौरानसभी विभाग अपनी टीमों को अलर्ट पर रखें
- सभी नोडल एजेंसीज को साथ मिलकर काम करने की जरुरत
- जलभराव के सभी चिन्हित स्थानों पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश
- जलभराव की स्थिति होने पर संबंधित अधिकारी पर होगी कड़ी कार्रवाई
- राहत और बचाव कार्य में इस्तेमाल होने वाले सभी उपकरणों की होगी जांच
- खादर इलाकें में बाढ़ की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के पुख़्ता इंतज़ाम हो
- -दिल्ली जल बोर्ड के कंट्रोल कमांड सेंटर में सीवर ओवरफ्लो कंट्रोल रूम 24x7 संचालित रहेगा
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