दिल्ली देहात के लिए 81 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, मास्टर प्लान 2041 को लागू करने का आग्रह
दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत 50 गांवों में 81 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं में सड़कें सामुदायिक भवन और स्कूलों का नवीनीकरण शामिल है। उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली अब विकास की ओर अग्रसर है और मुख्यमंत्री ने मास्टर प्लान 2041 को जल्द लागू करने का आग्रह किया ताकि शहर की ज़रूरतों को पूरा किया जा सके।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को दिल्ली देहात को सौगात दी। उपराज्यपाल व मुख्यमंत्री ने पूठ खुर्द में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली ग्रामोदय अभियान (डीजीए) के तहत दिल्ली के 50 गांवों में 81 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। ये परियोजनाएं दिल्ली के पांच ज़ोन में हैं। इन 81 परियोजनाओं में से 16 द्वारका ज़ोन, 10 पूर्वी ज़ोन, 13 नरेला, 20 उत्तरी ज़ोन और 22 रोहिणी ज़ोन में शामिल हैं।
उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली अब प्रधानमंत्री के सपनों के अनुरूप तेज़ी से विकास की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें सिर्फ़ राजनीति पर केंद्रित रहीं और सड़कों, सामुदायिक भवनों या स्कूलों जैसी गांव की बुनियादी ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ करती रहीं।
बुधवार को पूठ खुर्द के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली ग्रामोदय अभियान (डीजीए) के तहत पूरी दिल्ली के 50 गांवों में 81 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत इन विकास कार्यों में उत्तरी दिल्ली के पूठ खुर्द, भलस्वा, होलंबी खुर्द, तिग्गीपुर, घोगा, सन्नोठ, बांकनेर, होलंबी कलां, नरेला और मोहम्मदपुर माजरी जैसे गांवों में सार्वजनिक भवनों, चौपालों, सामुदायिक भवनों और बहुउद्देशीय सामुदायिक केंद्रों का नवीनीकरण शामिल है।
ओल्ड सीमापुरी और कराला में ओपन जिम पार्क के साथ-साथ सड़कों, सार्वजनिक स्थानों और अन्य आवश्यक नागरिक सुविधाओं में सुधार भी शामिल है, जिनका वित्तपोषण डीडीए द्वारा किया जाएगा।
अपने संबोधन में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि अब इस मुहिम में दिल्ली सरकार हमारे साथ खड़ी है, और मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली का विकास और अधिक गति से होगा। उन्होंने कहा कि गांव के विकास के बिना दिल्ली का विकास संभव नहीं है।
डीजीए के तहत अब तक 760 करोड़ रुपये की लागत के 854 कार्यों को मंजूरी दी गई है, जिनमें डीडीए द्वारा कार्यान्वित की जाने वाली 156 परियोजनाएं शामिल हैं।इस अवसर पर मत्री रविंद्र इंद्राज सिंह, सांसद योगेंद्र चंदोलिया, दिल्ली ग्रामीण विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजकुमार चौहान, दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र और डीडीए के उपाध्यक्ष एन. सरवण कुमार उपस्थित हुए।
सीएम ने एलजी से मास्टर प्लान जल्द लागू करने का आग्रह किया
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से शहर की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए "विलंबित" मास्टर प्लान 2041 को जल्द से जल्द लागू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली मास्टर प्लान ऐसा होना चाहिए जो न केवल मौजूदा विकास संबंधी समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करे, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अगले 100 वर्षों तक लाभान्वित भी करे।
दिल्ली विकास प्राधिकरण मास्टर प्लान जल्द जारी हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर देश का विकास करना है, तो सिर्फ़ शहर और लुटियंस ज़ोन का विकास ही काफी नहीं होगा। गांवों का विकास भी ज़रूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों की किसी को चिंता नहीं थी, तब उपराज्यपाल ने लोगों की जरूरतों को सुनने के लिए व्यक्तिगत रूप से गांवों का दौरा किया और यह सुनिश्चित किया कि ये परियोजनाएं डीडीए के माध्यम से पूरी हों। इस अभियान के अंतर्गत 760 करोड़ रुपये की लागत के 854 कार्यों को मंजूरी दी जा चुकी है, जिनमें डीडीए की 156 परियोजनाएं शामिल हैं।
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